Jamshedpur News : आंदोलन की राह पकड़ रहे झारखंड के शिक्षक, 11 अक्टूबर से प्राथमिक शिक्षकों का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन
झारखंड में एक बार शिक्षक फिर से आंदोलन की राह पकड़ रहे हैं। अपनी लंबित मांगों को लेकर अनश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की तैयारी चल रही है। यह धरना-प्रदर्शन 11 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है। झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने आंदोलन को लेकर बैठक की है।
जासं, जमशेदपुर : झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य इकाई की बैठक संघ भवन शिक्षक सर्वोदय आश्रम सुखदेव नगर रांची में आयोजित हुई । बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला एवं संचालन प्रदेश महासचिव निखिल मंडल ने किया । बैठक में राज्य के सभी जिलों से आए हुए प्रतिनिधियों ने शिक्षकों की समस्याओं की ओर संगठन का ध्यान आकृष्ट कराया । बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राज्य संगठन का प्रतिनिधि मंडल शिक्षा सचिव एवं मुख्यमंत्री से मुलाकात कर शिक्षक समस्याओं के समाधान हेतु वार्ता करेंगे। तत्पश्चात शिक्षक समस्या का समाधान नहीं होने पर 11 अक्टूबर से सचिवालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जाएगा । शिक्षक समस्याओं में एमएसीपी का लाभ देने, विभागीय अधिसूचना 2144 को रद करने, शनिवार को विद्यालय का कार्यकाल पूर्व की भांति करने, प्रधानाध्यापक के सभी पदों को प्रोन्नति से भरने, उत्क्रमित मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक का पद देने, सभी तरह की प्रोन्नति अविलंब भूतलक्षी प्रभाव से देने, स्पष्ट एवं सरल स्थानांतरण नियमावली बनाने, पूर्व में रोक लगाई जाए उत्क्रमित वेतनमान देने एवं शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष करने सहित कई मांग शामिल है। आज के बैठक में विश्वनाथ पंडित ,हरिद्वार महतो, जितेंद्र दुबे ,कमलेश्वर पांडे ,निरंजन कुमार ,अमित महतो, अरुण सिंह, मैनेजर प्रसाद सिंह, मिथिलेश कुमार, वीरेंद्र सोय, ईश्वर हेंब्रम , जिलाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, प्रधान सचिव दाखिन टुडु आदि सदस्य उपस्थित थे।
पूर्वी सिंहभूम से रोजाना रांची जाएंगे शिक्षक : अरुण
झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्वी सिंहभूम के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सचिवालय के समक्ष होने वाले धरना-प्रदर्शन में पूर्वी सिंहभूम के शिक्षक रोजाना रांची जाएंगे। इसके लिए प्रत्येक प्रखंड के पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जा रही है। महिला शिक्षिकाओं का भी अलग ग्रुप होगा। जल्द ही इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया जाएगा।