Jharkhand New School Timing: झारखंड में स्कूलों का समय बदलते ही सवालों के घेरे में आया शिक्षा विभाग, बच्चे, अभिभावक, शिक्षक सभी परेशान
Jharkhand New School Timing अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश सलाहकार सुनील कुमार झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह जमशेदपुर अभिभावक संघ के अध्यक्ष डा. उमेश ने कहा कि यह आदेश नहीं बल्कि अभिभावकों व बच्चों को प्रताड़ित करने का आदेश है।
जमशेदपुर, जासं। चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी से बच्चे व अभिभावक रोज परेशान हो रहे हैं। उनकी तबीयत भी रोज बिगड़ रही है। अब तक दो दर्जन से अधिक सरकारी स्कूलों के बच्चों की तबीयत खराब हो चुकी है। अब स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग अपने नए आदेश को लेकर भी कठघरे में है। दरअसल विभाग की ओर से बुधवार की शाम को नया आदेश निकाला गया है, इसमें कहा गया है कि स्कूलों में पठन-पाठन सुबह छह बजे से प्रारंभ हो जाएगा। सुबह छह बजे से पठन-पाठन प्रारंभ करना एतिहासिक निर्णय है। साथ ही दोपहर 12 बजे स्कूलों की छुट्टी होगी। यह आदेश किसी को हजम नहीं हो रहा है। जहां 11 बजे के बाद ही सड़के सुनसान हो रही है, वहीं यह आदेश हैरान करने वाला है। उपर से बच्चों को सुबह के पांच बजे ही उठना होगा। यह आदेश निजी स्कूलों को भी समझ में नहीं आ रहा है।
शिक्षा सचिव का आदेश अव्यावहारिक, होने लगा विरोध
स्कूलों के समय परिवर्तन को लेकर शिक्षा सचिव का जो आदेश है, वह बिल्कुल अव्यावहारिक है। यह स्कूली इतिहास में पहली बार हो रहा है कि सुबह के छह बजे से ही कक्षाओं का संचालन करना होगा। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के इस आदेश का विरोध भी शुरू हो गया है। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश सलाहकार सुनील कुमार, झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, जमशेदपुर अभिभावक संघ के अध्यक्ष डा. उमेश ने कहा कि यह आदेश नहीं बल्कि अभिभावकों व बच्चों को प्रताड़ित करने का आदेश है। इस आदेश का जल्द से जल्द संशोधन होना चाहिए। सुबह छह बजे से कक्षाएं संचालित होना संभव ही नहीं है। छह बजे से कक्षाओं का संचालन झारखंड में पहली बार हो रहा है। दोपहर 12 बजे छुट्टी का भी कोई तुक नहीं है। स्कूलों को पूर्ववत सुबह 6:30 बजे से 11:30 बजे तक ही संचालित करने का आदेश होना चाहिए। वर्तमान आदेश अफसरशाही को दर्शाता है। इससे न तो बच्चों का भला होगा और न ही अभिभावकों का।