Jharkhand: मंत्री बन्ना गुप्ता ने निभाया दोस्ती का फर्ज, बचपन के दोस्त की अर्थी को दिया कंधा
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अपने संवेदनशील व्यक्तित्व और दोस्ताना व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। उनके दोस्त और समर्थक भी जानते हैं कि बन्ना गुप्ता भले ही किसी पद पर रहे लेकिन अपनी दोस्ती निभाने से नहींं चूकते।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अपने संवेदनशील व्यक्तित्व और दोस्ताना व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। उनके दोस्त और समर्थक भी जानते हैं कि बन्ना गुप्ता भले ही किसी पद पर रहे लेकिन अपनी दोस्ती निभाने से नहींं चूकते।
शनिवार को जब उन्हें सूचना मिली कि उनके बचपन के दोस्त बबलू चौरसिया का इलाज के दौरान निधन हो गया है, तो अपने सारे कार्यक्रम रद कर वे रांची से जमशेदपुर पहुंचे। यहां अपने दोस्त की अंतिम यात्रा में अर्थी को कंधा देकर अंतिम विदाई दी। गौरतलब है कि बबलू चौरसिया के बीमार पड़ने की खबर जब उन्हें मिली, तो उन्होंने ही टीएमएच में उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था की। अब निधन होने के बाद मानवीय आधार पर बिल माफ कराया।
तुम बहुत याद आओगे भाई
अपने दोस्त को अंतिम विदाई देने के बाद बन्ना गुप्ता ने ट्विटर पर एक भावनात्मक पोस्ट भी किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि "आज मन बहुत दुखी और व्यथित हैं। आज मैने अपना साथी, अपने बचपन का दोस्त और भाई समान बबलू चौरसिया को खो दिया है, टीएमएच में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया था,आज दोस्ती का फर्ज अदा करने का वक्त था तो अंतिम विदाई में बबलू भाई को कंधा देकर नम आंखों से विदाई दिया। तुम बहुत याद आओगे भाई"
एक कंपनी में नौकरी करते थे
कदमा निवासी बबलू चौरसिया एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले बबलू बन्ना गुप्ता के अभिन्न मित्र थे। वे हमेशा एक-दूसरे के सुख-दुख में ख्याल रखते थे। बबलू जब से बीमार पड़े थे, बन्ना अपने दोस्त का हालचाल पूछते थे।