Jharkhand Board Result: जमशेदपुर में बेटियों का परचम, कामर्स व आर्ट्स की जिला टॉपर बनी
JAC 12th Arts Commerce Result 2022 इंटर कामर्स की परीक्षा में सरकारी प्लस टू हाई स्कूल की छात्रा मेघा कुमारी ने राज्य में आठवां स्थान प्राप्त किया है। वह पूर्वी सिंहभूम जिला की टापर बनी है। मेघा आदिवासी प्लस टू हाई स्कूल सीतारामडेरा में अध्ययनरत है।
जमशेदपुर : जैक द्वारा घोषित इंटर कामर्स की परीक्षा में सरकारी प्लस टू हाई स्कूल की छात्रा मेघा कुमारी ने राज्य में आठवां स्थान प्राप्त किया है। वह पूर्वी सिंहभूम जिला की टापर बनी है। मेघा आदिवासी प्लस टू हाई स्कूल सीतारामडेरा में अध्ययनरत है। मेघा को कुल 470 अंक प्राप्त हुए है। इंग्लिश में 92, एकाउंटस में 91, बिजनेस स्टडी में 97, बिजनेस मैथ में 96, इंटरप्रेनियोरशिप में 94 अंक प्राप्त हुए है। मेघा के पिता रांगा तंतुवाय राजमिस्त्री का काम कर रहे हैं तो मां यशोदा तंतुवाय गृहणी है। पूरा परिवार बारीडीह बस्ती में अपने घर में रहा है। टापर बनने के लिए वह घर में रोज स्कूल के अलावा चार घंटे की पढ़ाई करती थी। स्कूल में कामर्स की शिक्षिका अनिता यादव व इंग्लिश की शिक्षिका स्वीटी ने छात्रों को बखूबी पढ़ाया। स्कूल में नियमित कक्षाओं पर जोर दिया यही उनकी सफलता का राज है। वह आगे जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी या फिर एबीएम कालेज में नामांकन चाहती है। साथ ही बैंकिंग की तैयारी भी करेगी। वे जल्द से जल्द नौकरी भी करना चाहती है ताकि वे परिवार की आर्थिक स्थिति में सहयोग कर सके। छात्रा ने बताया कि पिताजी जो कमा कर लाते हैं उससे बचता कुछ नहीं है बस जीवन-यापन चल रहा है।
संस्थान खराब नहीं होते
मैट्रिक के बाद अधिकतर छात्रों के कालेज की ओर रुख करने के बारे में मेघा का कहना है कि संस्थान खराब नहीं होते हैं। सरकारी स्कूलों में अच्छी पढ़ाई होती है, बस लोगों ने उसे बुरा बना दिया है। छात्रों को अपने उपर भरोसा होना चाहिए। समयबद्ध तरीके से पढ़ाई करें तो सफलता अवश्य मिलेगी।
आट्र्स टापर की मंशा परिवार की आर्थिक स्थिति को उभारना
जमशेदपुर : जमशेदपुर वीमेंस कालेज की छात्रा टेल्को की रामादीन बगान निवासी बुल्टी गोराई जैक आर्ट्स की जिला टापर बनी है। उसे 500 में 451 अंक प्राप्त हुए है। इंग्लिश में 90, हिंदी में 95, इतिहास में 90, भूगोल में 90 तथा अर्थशास्त्र में 86 नंबर प्राप्त हुए है। बुल्टी ने मैट्रिक की परीक्षा रामकृष्ण मिशन स्कूल बिष्टुपुर से उत्तीर्ण की है। छात्रा के पिता लालटु गोराई की मौत दस साल पहले हो चुकी है। मां रेणुका गाेराई रामकृष्ण मिशन बिष्टुपुर में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी है। उन्हें मात्र छह हजार रुपया मानदेय मिलता है। मां-बेटी दोनों मामा-मामी के साथ रहती है। उन्हीं के सहयोग से वह पढ़ पा रही है। आर्ट्स टापर ने बताया कि वर्तमान में उनका एकमात्र उद्देश्य परिवार की माली हालात को सुधारना।
बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर कर रही शिक्षा ग्रहण
बुल्टी के माता-पिता का मूल घर बांकुडा जिले के फुलकसूमा में है। पिता के निधन के बाद वे लोग जमशेदपुर आ गए। तब से लेकर वह अपने मामा-मामी के साथ रह रही है। छात्रा ने बताया कि वह घर में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती है। उसी से वह अपनी पढ़ाई कर रही है। आगे भी इसी से ग्रेजुएशन करुंगी। छात्रा ने कहा कि इस सफलता के लिए उन्होंने कभी कोचिंग का सहारा नहीं लिया। सेल्फ स्टडी से इंटर की टापर बनी है।