Move to Jagran APP

पांच बार नदी में तैरा, छठी बार पार करने में उखड़ गई सांस Jamshedpur News

खेल-खेल में चली गई जान। वह दोस्तों के साथ पानी भरा बोतल कैच करने का खेल खेल रहा था और नदी में डूब गया। उसकी मौत हो गई।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 23 Jun 2019 03:18 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jun 2019 04:20 PM (IST)
पांच बार नदी में तैरा, छठी बार पार करने में उखड़ गई सांस Jamshedpur News
पांच बार नदी में तैरा, छठी बार पार करने में उखड़ गई सांस Jamshedpur News

जमशेदपुर,मुजतबा हैदर रिजवी। जमशेदपुर के टेल्को के प्रेम नगर के रितेश की जान खेल-खेल में चली गई। दोस्त गुर्रा नदी किनारे में बोतल फेंक कर कैच करने का खेल खेल रहे थे। कभी कोई बोतल नदी में फेंक देता था और रितेश उसे उठा कर लाता था। ऐसा चार-पांच बार हुआ। छठी बार रितेश ने नदी से बोतल उठा कर घाट पर फेंकी और इसके बाद तैरते हुए उस पार चला गया। उसे इस पार आना नसीब नहीं हुआ। 

loksabha election banner

उस पार से तैर कर इस पार आते हुए बीच नदी में उसकी सांस थम गई। वो डूबने लगा। बचाव के लिए हाथ पैर चलाने लगा। दोस्त तैरना नहीं जानते थे। इसलिए वो भी बेबस खड़े मदद के लिए आवाज लगाते रहे। नदी के पास कोई नहीं था सो रितेश की जान नहीं बच सकी और वो डूब गया। उसके दोस्त बताते हैं कि रितेश तैरना जानता था इसलिए उसे नदी से बोतल लाने पर लगाया गया था। क्या पता था वो साथ छोड़ कर चला जाएगा। 

रितेश के साथ गए थे चार दोस्त 

रितेश के पिता नकुल महतो ने बताया कि रितेश के साथ उसके चार दोस्त पिकनिक मनाने गए थे। रितेश की मौत का गवाह उसका दोस्त विकास शाह भी है। विकास शाह ने बताया वो लोग एक बाइक और एक स्कूटी पर निकले थे। रितेश विक्की की बाइक पर था और स्कूटी विकास शाह चला रहा था, जिस पर विक्रम बैठा था। सभी दोस्त डेढ़ बजे नरवा पहुंच गए थे। यहां सबने खाया-पिया और इसके बाद खेल शुरू हुआ जिसमें रितेश की जान चली गई। विकास को भी रितेश की मौत का बड़ा पछतावा है। वो कहता है कि वो कर ही क्या सकते थे। रितेश को छोड़ कर अन्य कोई दोस्त तैरना नहीं जानता था। 

नहीं थम रहे मां के आंसू 

बेटे की मौत की खबर सुन कर घर में कोहराम है। देर रात तक मोहल्ले के लोग और रिश्तेदार मातमपुर्सी के लिए आते रहे। मां विभा अपने बेटे को याद कर रो रही हैं। उनके आंसू नहीं थम रहे हैं। मृतक के पिता नकुल महतो कहते हैं कि पता नहीं किस्मत में क्या लिखा था। 

... तो नहीं जाने देते पिकनिक पर

बड़ा बेटा दुनिया से चला गया। अगर वो बताता कि पिकनिक पर नरवा जा रहे हैं तो कभी नहीं जाने देते। रूपेश भाई की मौत का जिम्मेदार दोस्तों को मान रहा है। भाई के जाने का गम इस कदर है कि रूपेश दोस्तों को देख कर आक्रोशित हो जाता है। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.