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जैविक खाद से खिलखिला रहे फूलों पर फिदा हैं शहरवासी

लौहनगरी की पहचान ग्रीन सिटी-क्लीन सिटी के रूप में हमेशा से रही है। यहां के पार्क-उद्यान इसकी तस्दीक भी करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 09:01 PM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 09:01 PM (IST)
जैविक खाद से खिलखिला रहे फूलों पर फिदा हैं शहरवासी
जैविक खाद से खिलखिला रहे फूलों पर फिदा हैं शहरवासी

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : लौहनगरी की पहचान 'ग्रीन सिटी-क्लीन सिटी' के रूप में हमेशा से रही है। यहां के पार्क-उद्यान इसकी तस्दीक भी करते हैं। दिलचस्प बात यह कि यहां के ये उद्यान जैविक खाद से खिलखिला रहे हैं। दरअसल टाटा स्टील के अधीन आने वाले इन उद्यानों में कीटनाशक या किसी भी तरह के रासायनिक खाद का उपयोग नहीं किया जाता।

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इन उद्योनों में जैविक खाद व वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल किया जाता है। शहर में कंपनी के 32 से अधिक पार्क हैं। सभी पार्क में जैविक खाद व वर्मी कंपोस्ट का ही इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा ही एक पार्क है, जो शहर के बीचोंबीच कीनन स्टेडियम के पास स्थित है। विभिन्न प्रजाति के फूल और आकर्षक पौधों से सजा यह पार्क लोगों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करता है। यह पार्क जमशेदजी टाटा के बड़े पुत्र दोराबजी टाटा के नाम पर है। इसे दोराबजी पार्क (मोदी पार्क) के नाम से जाना जाता है। यहां अच्छी तरह कटे लॉन, फूल और जगमगाते फव्वारे पार्क की रौनक बढ़ाती है। एक एकड़ में फैले पार्क का सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। पार्क को और अधिक आकर्षक और सुविधाजनक बनाने का काम अंतिम चरण में है।

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कंपनी का अपना जैविक खाद यूनिट

अपने क्षेत्र को हरियाली से परिपूर्ण रखने और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए टाटा स्टील रासायनिक खाद व कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं करती है। यहां जरूरत के मुताबिक गोबर, गो मूत्र, और खर पतवार से खाद तैयार किया जाता है। कंपनी ने वर्मी खाद के लिए अपना यूनिट लगाया है। इससे खाद तैयार किया जाता है।

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रोज होता जमावड़ा

दोराबजी पार्क में शहरवासियों का जमावड़ा रोज होती है। शहर के विभिन्न कोनों से लोग सुकून के दो पल बीताने के लिए पार्क पहुंचते हैं। पार्क में आकर्षक फूलों के साथ कई गुणकारी पौधे लोगों को आनंदित करने के साथ उनकी जिज्ञासा को बढ़ाती है। भीड़भाड़ से दूर शांत वातावरण में लोग यहां पहुंचकर प्रकृति के सानिध्य की अनुभूति करते हैं। पार्क में रसायन का प्रयोग नहीं होने के कारण यहां का वातावरण शुद्ध व स्वास्थ्यवर्धक रहता है। फूलों की खुशबू जहां लोगों को मदहोश करती है, वहीं स्वच्छ हवा थके-हारे को तरोताजा करता है।

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नए लुक में दिखेगा पार्क

दोराबजी पार्क अब नए लुक में दिखेगा। पार्क को और अधिक आकर्षक बनाने का काम चल रहा है। रात में दोराबजी की प्रतिमा के चारों ओर से रंग-बिरंगी लाइटें इसे और आकर्षक बनाएंगी। पार्क के चारों ओर पैदल पथ होगा। पूरे पार्क में छोटे-छोटे सुंदर पेड़ होंगे जबकि पार्क के एक छोर पर चार लैंड स्केप होंगे जिसमें छोटे-छोटे रंग-बिरंगे फूलों के पौधे होंगे। वहीं, दूसरी छोर पर बड़ा फव्वारा भी रहेगा। इसके अलावे पार्क में छोटे कार्यक्रम के लिए स्थल भी सुरक्षित होगा। मार्च से यह पार्क शहरवासियों के लिए खुल जाएगा। फिलहाल पार्क मरम्मत के कारण बंद है।


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