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कोल्हान प्रमंडल के इन जिलों में कम बारिश के कारण 25 फीसद ही हुई धान की रोपनी

मौसम की बेरुखी से न सिर्फ कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों के किसान संकट में हैं। पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण धान की रोपनी किसान नहीं कर पा रहे हैं।

By Edited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 09:55 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 08:55 AM (IST)
कोल्हान प्रमंडल के इन जिलों में कम बारिश के कारण 25 फीसद ही हुई धान की रोपनी
कोल्हान प्रमंडल के इन जिलों में कम बारिश के कारण 25 फीसद ही हुई धान की रोपनी

जमशेदपुर (जासं) । मौसम की बेरुखी से न सिर्फ कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों के किसान संकट में हैं। पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण धान की रोपनी किसान नहीं कर पा रहे हैं। जिले के किसान अमूमन जुलाई के अंत तक धान की रोपनी पूरी कर लेते हैं। पिछले वर्ष भी बेहतर बारिश नहीं होने के कारण किसान अगस्त तक धान की रोपनी किए थे। इस वर्ष की बारिश की रफ्तार को देखकर किसान चिंतित हैंं। उन्हें लग रहा है कि इस वर्ष भी अगस्त तक उन्हें धान की रोपनी करनी पड़ सकती है।

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मौसम विभाग के अनुसार जिले में अबतक का सामान्य बारिश 378.9 मिलीमीटर है, जबकि अबतक 343.5 मिमी बारिश ही हुई है। यह आंकड़ा सामान्य से नौ प्रतिशत कम है। जिले में जुलाई में अबतक सिर्फ 92.4 मिमी ही बारिश हुई है। कम बारिश होने से किसान चिंतित हैं। एक लाख दस हजार हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य कृषि विभाग के अनुसार जिले में एक लाख 10 हजार हेक्टेयर भूमि में धान लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अबतक लक्ष्य का सिर्फ 24.80 प्रतिशत ही रोपनी की जा सकी है। एक लाख 10 हजार हेक्टेयर भूमि में 12 हजार हेक्टेयर में छिटा विधि से धान की खेती होती है।

शेष भूमि पर पर धान की रोपाई की जाती है। जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कुमार का¨लदी ने बताया कि जिले में छिंटा विधि से लक्ष्य के अनुसार धान की खेती पूरी कर ली गई है। जबकि रोपा विधि से अबतक सिर्फ 15 हजार 280 हेक्टेयर भूमि पर ही धान की खेती की जा सकी है। मोटे अनाज की भी नहीं हो पाई खेती पूर्वी सिंहभूम जिले में मोटे अनाज की खेती बारिश की बेरुखी से लक्ष्य तक पूरा होते नहीं दिख रही है। जिले में मक्का की खेती 11 हजार 820 हेक्टेयर, दलहन की खेती 22 हजार 200 हेक्टेयर, तेलहन की खेती दो हाजर 650 हेक्टेयर और मोटे अनाज की खेती एक हजार 190 हेक्टेयर भूमि पर की जाती है।

बारिश के अभाव में अबतक मक्के की खेती नौ हजार 238 हेक्टेयर, दलहन 11 हजार 312 हेक्टेयर, तेलहन 312 हेक्टेयर और मोटे अनाज की खेती 95 हेक्टेयर भूमि पर ही हो सकी है। कोल्हान में सामान्य से कम बारिश कोल्हान के तीनों जिलों में अबतक सामान्य से कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी सिंहभूम जिले में अबतक का सामान्य बारिश 378.9 मिमी होता है जबकि इस वर्ष अबतक 343.5 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से नौ प्रतिशत कम है। इसी प्रकार पश्चिम सिंहभूम जिले में अबतक का सामान्य बारिश 339.3 मिमी है, जबकि इस वर्ष अबतक 269.7 मिमी बारिश हुई है, जो 21 प्रतिशत कम है। इसी प्रकार सरायकेला-खरसावां जिले का अबतक का सामान्य बारिश 356.1 मिमी है, जबकि इस वर्ष अबतक 253.7 मिमी बारिश हुई है। जो सामान्य से 29 प्रतिशत कम है।


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