Lockdown : लॉकडाउन में पुलिस से बचने के लिए तालाब में कूद गया युवक, मिली लाश Jamshedpur News
पुलिस से बचने की कोशिश में शाम करीब साढ़े पांच बजे युवक तालाब में कूद गया।काफी मशक्कत के बाद देर शाम 8.18 बजे उसका शव निकाजा जा सका।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। लॉकडाउन में अपने दोस्त के साथ घूम रहे युवक की जान पुलिस से बचने के चक्कर में चली गई। हुआ यूं कि युवक पुलिस से बचने के लिए भागते-भागते एक तालाब में कूद गया। काफी मशक्कत के बावजूद उसे जिंदा नहीं निकाला जा सका। घटना टेल्को क्षेत्र के सीटू तालाब की है।
दो साथी भागे, बिरसानगर बस्ती में जाकर परिजनों और बस्ती के लोगों को दी जानकारी
लॉकडाउन उल्लघंन को लेकर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। सोमवार की शाम पुलिस को देख उससे बचने के लिए युवक विक्की महतो ने टेल्को सीटू तालाब में छलांग लगा दी। उसके साथ दो साथी और थे आशिक और दिनेश कुमार। दोनों भाग निकलने में सफल रहे। विक्की के तालाब में कूद जाने के बारे में बिरसानगर जोन नंबर पांच में जाकर युवक के परिजनों और बस्ती के लोगों को जानकारी दी।
तालाब किनारे जमा हो गए सैकड़ों बस्तीवासी
सैंकड़ों की संख्या में बस्ती के घटनास्थल पर एकत्र हो गए। वहीं बिरसानगर और टेल्को थाना प्रभारी मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। युवक का शव देर शाम 8.18 में तालाब से निकाला गया। पुत्र के शव को देख मां बिलखती रही। यह देख लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था। घटना शाम साढ़े पांच बजे की है। विक्की टेंट हाउस में लाइटिंग का काम करता था। उसके पिता नही है।
युवक की मौत के लिए लोग पुलिस को दोषी ठहराते रहे। मृतक के दो साथियों ने तीन पुलिसकर्मी को दिखाते हुए कहा कि इन्हीं पुलिसर्किमयों ने दौड़ाया जिसके कारण घटना घटित हुई। आशिक और दिनेश ने बताया कि वह दोनों और विक्की महतो तालाब के पास बैठे हुए थे। इस बीच तीन-चार पुलिसर्किमयों को सामने से आते देखा। उन सभी को देख पुलिसर्किमयों ने दौड़ाना शुरू कर दिया।
गिरफ्तारी से बचने को सभी इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान विक्की महतो तालाब की पानी में कूद गया और डूबने लगा। वह भी कूद गया और सुरक्षित भाग निकला। आरोप लगाया कि डूबते देखे जाने के बाद भी पुलिसकर्मी डंडा दिखाते रहे। दिनेश के साथ वह बस्ती पहुंचा। तीनों पुलिसकर्मी बिरसानगर थाना के है।
सिटी एसपी पहुंचे, पुलिसकर्मियों के प्रति आक्रोशित लोगों को समझाया
तालाब से विक्की का शव बरामद होने के बाद सिटी एसपी सुभाष कुमार जाट मौके पर पहुंचे। भीड़ से बातचीत करनी शुरू की। मांग को लेकर जानना चाहा तो भीड़ ने कहने लगी कि जिन तीन पुलिसर्किमयों ने युवक को दौड़ाया और घटना हुई। पुलिसर्किमयों को उन्हें सौंप दिया जाए। वे लोग सजा देंगे। माहौल को देखते हुए वहां महिला पुलिसर्किमयों की भी तैनाती कर दी गई। एसपी से बस्ती के लोगों की बातचीत होती रही। माहौल बनता बिगता रहा। सिटी एसपी हर संभव मदद का आशवासन लोगों को देते रहे।
मां ने कहा बेटा गया, बेटा चाहिए
पुत्र के शव को देख बिलख रही उसकी मां यह कहती रही कि बेटा ही उसे खिलाता था। बेटा गया है उसे बेटा ही चाहिए। यह कहते हुए वह छाती पीटकर रोती रही। यह देख लोगों का आक्रोश बढ़ जा रहा था।
सीटू तालाब के पास शाम को होती अड्डाबाजी
सीटू तालाब के पास शाम को युवकों की बैठकी लगती है। अड्डाबाजी होती है। वहां बाहरी लोगों का आना-जाना लगा रहता है। पुलिस की गश्ती होती है। तालाब से सटे ही कंपनी की कालोनी है।