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Jamshedpur Crime News: खुद को रा एजेंट और बिटक्वाइन स्टाफ बताकर छात्र ने ठेकेदार से 43 लाख रुपये ठगे, जानिए कैसे की ठगी

Jamshedpur Crime News शिकायतकर्ता अरुण कुमार पोद्दार ने बताया कि कुमारडुंगी निवासी ग्रामीण चिकित्सक स्वपन बाला व कोनिका बाला ने अपने बेटे सुदीप कुमार बाला को रा का एजेंट एवं बिटक्वाइन का स्टाफ बताया था। इसी कारण से मैंने उन पर भरोसा कर पैसा लगाया।

By Madhukar KumarEdited By: Published: Wed, 10 Aug 2022 04:53 PM (IST)Updated: Wed, 10 Aug 2022 04:53 PM (IST)
Jamshedpur Crime News: खुद को रा एजेंट और बिटक्वाइन स्टाफ बताकर छात्र ने ठेकेदार से 43 लाख रुपये ठगे, जानिए कैसे की ठगी
Jamshedpur Crime News: खुद को रा एजेंट और बिटक्वाइन स्टाफ बताकर छात्र ने ठेकेदार से 43 लाख रुपये ठगे

कुमारडुंगी, जासं। कुमारडुंगी थाना क्षेत्र के ठेकेदार अरुण कुमार पोद्दार से एक छात्र ने खुद को रा एजेंट व बिटक्वाइन का स्टाफ बताकर 43 लाख रुपये की ठगी कर ली है। शिकायतकर्ता अरुण कुमार पोद्दार ने बताया कि कुमारडुंगी निवासी ग्रामीण चिकित्सक स्वपन बाला व कोनिका बाला ने अपने बेटे सुदीप कुमार बाला को रा का एजेंट एवं बिटक्वाइन का स्टाफ बताया था। उसके बाद तीनों ने मिलकर बिटक्वाइन से शेयर खरीद कर पैसा डबल देने का वादा करते हुए पैसा की ठगी करना आरंभ किया। उन्होंने कोलकाता में अपना आवास, फ्लैट व करोड़ों की संपत्ति होने का बात भी कही। इसी कारण से मैंने उन पर भरोसा कर पैसा लगाया।

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पहली बार 2 लाख रुपये किये थे ट्रांसफर

सर्वप्रथम अपने बैंक खाता से उनके खाते में मैंने 2 लाख रुपये ट्रांसफर किए। उसके बाद इसी तरह से मैंने कुल 7 लाख रुपये उनके खाता में ट्रांसफर किये। पैसा भेजने का काम वर्ष 2020 के फरवरी माह से मैंने किया था। सुदीप कुमार बाला से मेरी मुलाकात सर्वप्रथम जनवरी 2020 में कुमारडुंगी स्थित उनके आवास में ही हुई थी। सुदीप ज्यादा तर कोलकाता में रहता है। इस कारण से मेरा विश्वास और मजबूत हुआ। मैंने उन्हें एकबार नगद 12 लाख रुपये दिए थे। उसके बार दो बार पांच-पांच लाख रुपये नगद दिए। इसी के साथ एसी से लेकर कम्प्यूटर, लैपटाप, मोबाइल जैसे सामान लगभग 15 लाख रुपये का खरीद लिए। इसी तरह से लगभग 43 लाख रुपये दिए हैं। यह सिलसिला 2020 के नवंबर महीना तक चला।

ठगी का शक होने पर थाना में की शिकायत

मैंने उन्हें पैसा व सामान देना बंद तब किया जब सुदीप ने मुझे वर्ष 2020 के नवम्बर माह में कोलकाता बुलाया था। मैं अपना पैसा लेने कोलकाता निकल गया था पर कोलकाता पहुंचने से पहले ही सुदीप ने अपना मोबाइल स्विच आफ कर दोबारा मुझसे संपर्क नहीं किया। ऐसे में मुझे शक होने लगा कि वह मुझे धोखा दे रहा है। उसके बाद मैंने उनसे कई बार पैसों की मांग की पर पैसा नहीं दिया। अंत में मैंने थाना में तीनों के खिलाफ शिकायत कर दिया।

कोलकाता में नौकरी ढूंढ रहा था ठग सुदीप, पिता ग्रामीण चिकित्सक

थाना से मिली जानकारी के अनुसार सुदीप कुमार बाला एक छात्र है। वह वर्तमान में नौकरी की तलाश में कोलकाता में रहकर अपनी तैयारी कर रहा है। सुदीप कुमार बाला के पिता स्वपन बाला कुमारडुंगी मे लगभग पिछले 25 साल से रह रहे हैं। वह कुमारडुंगी मुख्य चौक में अपनी मेडिकल की दुकान खोल कर ग्रामीण चिकित्सक का काम कर रहे थे परंतु स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अवैध चिकित्सकों पर पाबंदी लगने के बाद उन्होंने अपना दुकान बंद कर दिया।


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