Move to Jagran APP

Jamshedpur Crime News : रंगदारी मामले में गैंगस्टर अखिलेश सिंह के भाई अमलेश सिंह समेत सात बरी

मामले में अखिलेश सिंह पहले ही बरी हो चुका हैं। आरोपियों का 313 के तहत बयान दर्ज हुआ था। ख़ुद को आरोपितों ने निर्दोष बताया था। सभी के विरुद्ध गोलमुरी थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी श्रीनिवास की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

By Sanam SinghEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 04:03 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 04:03 PM (IST)
Jamshedpur Crime News : अमलेश सिंह की फाइल फोटो।

जमशेदपुर। प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी श्रीप्रिया की अदालत ने रंगदारी मांगने के आरोप से अमलेश सिंह, कन्हैया सिंह, पंकज सिंह, करण सिंह, राजा, सुजीत सिंह और एक अन्य को बुधवार को बरी कर दिया। सभी के विरुद्ध गोलमुरी थाना में 2010 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मामले में अखिलेश सिंह पहले ही बरी हो चुका हैं। आरोपियों की ओर से अधिवक्ता विद्या सिंह पैरवी कर रहे थे। अखिलेश सिंह दुमका जेल में बंद है। 28 जून को अदालत में रंगदारी मामले को लेकर बहस पूरी हुई थी। आरोपियों का 313 के तहत बयान दर्ज हुआ था। ख़ुद को आरोपितों ने निर्दोष बताया था। सभी के विरुद्ध गोलमुरी थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी श्रीनिवास की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। बागबेड़ा में हुई फायरिंग के मामले में कुछ दिन पहले ही कन्हैया सिंह को जमानत मिली थी। अमलेश सिंह उसके विरुद्ध दर्ज अधिकांश मामलों में बरी हो चुका है। वह गैंगस्टर अखिलेश सिंह का भाई है। आशीष डे हत्याकांड में उसे सजा हुई थी। मामले में सुप्रीम कोर्ट से उसे अपील बेल मिली थी।उसके खिलाफ सिदगोड़ा, साकची, गोलमुरी में प्राथमिकी दर्ज है। 2017 में अमलेश सिंह को ओडिशा से जमशेदपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

loksabha election banner

-------------

कस्टमर केयर बनकर जाना ओटीपी, फिर निकाल लिए पैसे 

जमशेदपुर। गोलमुरी टिनप्लेट रोड निवासी सनाउल्लाह खान की एसबीआइ क्रेडिट कार्ड से 1.36 लाख रुपये की अवैध निकासी हो गई जिसकी शिकायत साइबर थाना में दर्ज कराई गई है। शिकायत में बताया एसबीआइ के कस्टमर केयर में काल कर एटीएम कार्ड ब्लाक करने को काल किया था, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया था। 17 जून को मोबाइल नंबर 9926401275 से मेरे मोबाइल नंबर 8002306964 पर काल आया कि आपको बैंक के कस्टमर केयर से जल्द ही काल आएंगे। इसके बाद 18601801290 से मेरे नंबर पर काल आया। कहा गया कि आपका कार्ड बंद हो जाएगा। कार्ड में इंशोरेंस लगा हुआ है। कहा कि इसे हटाने के लिए मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। उसे ओटीपी बता दिया। 27 जून को जब एटीएम कार्ड के पीछे दिए गए नंबर पर कॉल किया तो उस जानकारी हुई कि क्रेडिट कार्ड से सात बार में कुल 1 लाख 36 हजार रुपये की निकासी कर ली गई। साइबर ठग लोगों को किसी ना किसी झांसे में रखकर ठगी कर ले रहे है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.