Coronavirus सादगी से मना प्रकृति पर्व सरहुल, महामारी रोकने के लिए हुई आराधना Jamshedpur News
पाहन यानी पुजारी द्वारा सरहुल पूजा के साथ ही विशेष पूजा व प्रार्थना कर वैश्विक महामारी कोरोना से राष्ट्र को निजात दिलाने और सामाजिक शांति की कामना की गई।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। प्रकृति का महापर्व सरहुल शुक्रवार को सादगी के साथ मनाई गई। लौहनगरी में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए इस वर्ष सरहुल शोभायात्रा नहीं निकालने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका था।
शुक्रवार को पूर्वी सिंहभूम अंतर्गत सीतारामडेरा, बिरसानगर, शंकोसाई, उलीडीह, बागबेड़ा समेत अन्य जगहों पर पाहन यानी पुजारी द्वारा सरहुल पूजा के साथ ही विशेष पूजा व प्रार्थना कर वैश्विक महामारी कोरोना से राष्ट्र को निजात दिलाने और सामाजिक शांति की कामना की गई।
ज्यादातर लोगों ने घरों में की सरहुल की पूजा
अधिकांश लोगों ने अपने घरों में ही पूजा-अर्चना किया। सीतारामडेरा में पाहन बुधु ङ्क्षमज, बिरसानगर में महावीर कुजूर व गीता कुजूर, शंकोसाई में बासु लकड़ा व बोधन लकड़ा और उलीडीह में विक्रम कुजूर ने सरना स्थल पर पूजा कर सुख-समद्धि की कामना की।
सरहुल के मौके पर समाज के पदाधिकारियों लोगों से अपील किया कि लॉक डाउन के दौरान सभी अपने-अपने घरों में ही रहें और सरकार के निर्देश का पालन करे। विदित हो की प्रतिवर्ष केंद्रीय सरहुल पूजा समिति पूर्वी ङ्क्षसहभूम द्वारा भव्य तरीके से सरहुल पूजा करने के साथ शोभायात्रा का आयोजन किया जाता है।
सामूहिक मंगला पूजा स्थगित, टेलीफोन से दी गई अपने-अपने घरों में ही पूजा करने की सूचना
मुखी समाज झारखंड प्रदेश ने अपने इष्ट देवी मां मंगला पूजा का सामूहिक आयरेजन इस वर्ष स्थगित किया है। शुक्रवार को समाज के गणमान्यों के साथ टेलीफोन के माध्यम से विचार-विमर्श कर सात अप्रैल को होने वाले मंगला पूजा को कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अपने-अपने घर पर ही करने का अनुरोध किया गया है।
मुखी समाज के पदाधिकारियों ने मुखी बस्ती, क्वार्टर एरिया और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों को अपील की है कि इस वर्ष मां मंगला की पूजा के लिए कलश यात्रा न निकालकर अपने-अपने घरों में नल या कुआं के पवित्र जल से कलश स्थापित कर पूजा करे। इसके साथ ही पूजा में किसी प्रकार का बाजा या साउंड सिस्टम का प्रयोग ना करें । सिर्फ शंख व घंटी का इस्तेमाल करे । कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉक डाउन का समर्थन प्रदेश में रहने वाले मुखी समाज भी करेगा।
मुखी समाज झारखंड प्रदेश के महासचिव जुगल किशोर मुखी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि समाज के इस फैसले का समर्थन प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश मुखी, उपाध्यक्ष महेश कुमार मुखी, सचिव महेश मुखी, कोषाध्यक्ष परेश मुखी, महिला प्रदेश अध्यक्ष रितिका मुखी, उपाध्यक्ष अरुणा मुखी, महासचिव चंदा मुखी, जिलाध्यक्ष बबीता करूवा आदि समेत अन्य कई गणमान्य ने भी किया है।