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जागरण पड़ताल : मानगो बिजली विभाग में एक काउंटर से चलाया जा रहा काम

मानगो विद्युत सब डिवीजन के तहत 70 हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 01:39 AM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 01:39 AM (IST)
जागरण पड़ताल : मानगो बिजली विभाग में एक काउंटर से चलाया जा रहा काम
जागरण पड़ताल : मानगो बिजली विभाग में एक काउंटर से चलाया जा रहा काम

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मानगो विद्युत सब डिवीजन के तहत 70 हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता हैं। इनके लिए विद्युत शुल्क जमा करने की सुविधा नगण्य है। यहां आज तक उपभोक्ताओं को बिजली जमा करने की सुविधा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। किराये के जर्जर मकान में चलने वाला मानगो विद्युत कार्यालय का दैनिक जागरण टीम ने दौरा किया।

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टीम ने पाया कि 11 बजकर 10 मिनट तक एसडीओ कार्यालय के दरवाजे पर ताला लटका हुआ था। एक ही काउंटर से दोनों ओर बिजली बिल जमा हो रहा था। जिसमें दोनों ही ओर लंबी कतारें लगी हुई थी। बिजली बिल जमा करने आए उपभोक्ताओं ने बताया कि किसी तरह की बिजली बिल में गड़बड़ी हो जाए तो उसे सुधारने के लिए काम छोड़कर आना पड़ता है। कार्यालय में पदाधिकारी के नहीं रहने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसका उदाहरण है मानगो डिमना रोड स्थित बिजली विभाग का कार्यालय है। कार्यालय दूसरे तल पर स्थित है। सीढ़ी इतनी पतली कि दो आदमी यदि एक साथ ऊपर- नीचे आएं-जाएं तो टकराना निश्चित है।

मानगो निवासी बीके सिंह कहते हैं कि ऑन लाइन बिजली जमा करने में भी बड़ा झमेला है। पूरा डेटा सही नहीं आता। जिसके कारण लाइन में लगकर बिजली बिल जमा करना पड़ता है।

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एसडीओ के आने के बाद खुला दूसरा काउंटर

मानगो विद्युत कार्यालय में जब 11.10 बजे दिन में एसडीओ इमरान मुर्तजा आए, उसके बाद बंद काउंटर में दो महिला कर्मचारी पहुंचीं। इससे पूर्व वे इधर-उधर घुम रही थीं। जबकि उपभोक्ताओं ने बताया कि कर्मचारी हैं लेकिन काउंटर नहीं खोल रही हैं।

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दो से तीन घंटे समय लगता है बिल जमा करने में

विद्युत उपभोक्ताओं ने बताया कि बिजली बिल यदि जमा करना है तो ड्यूटी वाले को ड्यूटी छोड़ना पड़ता है या दूसरे जगह काम करने वाले को काम छोड़ना पड़ता है। इसका सबसे बड़ा कारण है काउंटर का कम होना। किसी भी तरह की शिकायत का समाधान कराना हो तो एसडीओ के नहीं रहने के कारण मानगो से करनडीह तक का चक्कर लगाना पड़ता है। जानकारी के मुताबिक जुगसलाई के एसडीओ को ही मानगो का भी प्रभार दिया गया है। जिसके कारण वह पहले जुगसलाई में काम निबटाते हैं, उसके बाद मानगो आते हैं। यही कारण है कि उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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क्या कहते हैं उपभोक्ता

मेरा तीन माह से बिजली बिल अधिक आ रहा है। इसे सुधारने के लिए विभाग का कई बार चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन समाधान नहीं मिल पा रहा है। आज भी अपना काम छोड़कर बिजली का बिल सुधारवाने के लिए आए हैं।

--अभिषेक कुमार सिंह, कुंवरबस्ती मानगो

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मानगो में बिजली बिल जमा करने के बाद लगता है कि कोई बहुत ही बड़ा सिर का बोझ हल्का हुआ है। मुझे काम था, लेकिन बिजली बिल जमा करने के लिए काम छोड़कर आए हैं। एक ही काउंटर है, जिसके कारण घंटो लग जाते हैं।

--गोपाल ओझा, मानगो


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