कुरआन ईश्वरीय वाणी : मुल्ला
कुरआन ईश्वरीय वाणी है। ये सिर्फ मुसलमानों के लिए ही नहीं बल्कि सभी के लिए है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता): कुरआन ईश्वरीय वाणी है। ये सिर्फ मुसलमानों के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए है। कुरआन करीम कयामत तक के लिए है। इस्लाम में कोई खराबी नहीं है। जो कोई ऐसा सोचता या कहता है वह बिल्कुल गलत कहता है। बल्कि खराबी इस्लाम के मानने वालों में है। ये बातें धतकीडीह कम्यूनिटी सेंटर में आयोजित कार्यक्रम इस्लाम दर्शन में मुख्य अतिथि जमात-ए-इस्लामी ¨हद के केंद्रीय सचिव मौलाना इकबाल मुल्ला ने कहीं।
वो कार्यक्रम में इस्लाम में मानवीय मूल्य विषय पर अपना संबोधन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कुरआन की शिक्षा के अनुसार हमें एक दूसरे का हमदर्द होना चाहिए। इंसानियत का पाठ किसी एक के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए है। इसमें जाति व धर्म का भेद नहीं है। इसीलिए जमाअत इस्लामी मुल्क के सभी रहने वालों समेत सारी इंसानियत की सेवा करती है। उन्होंने कहा कि मनुष्य ईश्वर का सबसे आला प्राणी है। ईश्वर ने इंसान को अच्छे और खराब की समझ अता की है। अच्छा इंसान ही दुनिया और कयामत में कामयाब होगा। कार्यक्रम में अल कबीर पालिटेक्निक के मेकेनिकल विभाग के हेड जटाशंकर पांडेय ने जमात-ए-इस्लामी के कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि आजकल समाज गलतफहमियों का शिकार है। उन्होंने कहा कि ईश्वर की उपासना सभी करते हैं। तरीकों में फर्क है। इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत में जमात-ए-इस्लामी के जमशेदपुर के अमीर अबुल आरिफ ने कहा कि हमें नफरत व बगावत को प्यार से मिटाना होगा। यही जमाअत-ए-इस्लामी का मूल संदेश है। कार्यक्रम में खालिद इकबाल, इकराम, हिशाम, शाहिद, इस्लाम, करीम उल्ला आदि मौजूद थे।