इंकैब के पास अभी भी तीन हजार करोड़ की अचल संपत्ति Jamshedpur News
इंकैब इंडस्ट्रीज लिमिटेड (केबुल) आज वह ऐसी दयनीय स्थिति में है जो किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा।
जमशेदपुर (अरविंद श्रीवास्तव)। इंकैब इंडस्ट्रीज लिमिटेड (केबुल) आज वह ऐसी दयनीय स्थिति में है, जो किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा। ऐसी बहुराष्ट्रीय व प्रतिष्ठित कंपनी जिसकी धाक विश्वभर में थी, आज वह किसी ऐसे खेवनहार की बाट जोह रही है, जो फिर से उसे स्वर्णिम काल में पहुंचा दे।
कंपनी खोलकर हजारों कर्मचारियों के घरों में फिर से खुशियां भर दें। अपै्रल 2000 से लेकर अब तक बंद पड़ी इस कंपनी के पास आज भी करीब तीन हजार करोड़ की संपत्ति है।
मार्च 1999 में हुआ था ऑडिट
इंकैब इंडस्ट्रीज लिमिटेड की ऑडिट 31 मार्च 1999 में हुआ था। उसके मुताबिक उस समय कंपनी के पास 1200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति थी, जिसे आज के वैल्यूवेंस के आधार पर करीब तीन हजार करोड़ से ज्यादा का अनुमान लगाया गया है।
1999 में हुई ऑडिट के मुताबिक कंपनी की संपत्ति
31 मार्च 1999 में एमएस-एफ फरगुसन एंड कंपनी ने अपने ऑडिट के आधार पर इंडिया केबुल की पूरी अचल संपत्ति (मशीनों को छोड़कर) का वैल्यूएशन 12 करोड़ से ज्यादा बताई थी।
कोलकाता रजिस्टर्ड आफिस (तीन मंजिला) जो आधा एकड़ जमीन में बना हुआ है, जिसकी वैल्यू 70 लाख, दूसरे फ्लैट नंबर 67, बालिगुमा, जो 18 सौ एसक्वायर फीट का है, उसकी कीमत 75 लाख, तीसरा फ्लैट, जो लवलक प्लेस में 2756 एसक्वायर फीट का है, कीमत 96 लाख है। जो कुल मिलाकर दो करोड़ 41 लाख का होता है, आज की तिथि में लगभग 500 करोड़ का है।
मुम्बई में को-ऑपरेटिव सोसाइटी की जमीन 53 लाख, चेन्नई का फ्लैट 31 लाख है, जो कुल 84 लाख का हुआ, इसकी कीमत आज 400 सौ करोड़ लगाया गया है।
न्यू दिल्ली में बैकुंठ ग्रीन पार्क में गेस्ट हाउस है, जिसकी वैल्यू तीन करोड़ 56 लाख व कनाट प्लेस में सेल्स ऑफिस है, जिसकी कीमत तकरीबन 80 करोड़ है, लेकिन आज उन संपत्ति की कीमत तकरीबन 700 करोड़ से ज्यादा की है।
पुणे में हडपसर का फ्लैट, मीरा व न्यू सुजाता को-ऑपरेटिव सोसाइटी की जमीन, क्लब गार्डेन व हर्मेस कांप्लेक्स की वैल्यूएशन चार सौ 81 करोड़ लगाया गया था, जो आज के दिन में 900 करोड़ का होगा। इस प्रकार आज भी बंद कंपनी केबुल के पास करीब 3000 करोड़ की अचल संपत्ति है।
जमशेदपुर में 500 करोड़ की संपत्ति, मासिक आय लाखों में
जमशेदपुर में आदित्यपुर आशियाना सेंटर में 2055 एसक्वायर फीट के फ्लैट की वैल्यू 15 लाख थी। वहीं कंपनी के एक हजार से ज्यादा क्वार्टर व बंगले हैं, जिसकी कीमत आज 150 करोड़ से ज्यादा की होगी। यहां कंपनी की 180 एकड़ जमीन है। कंपनी की संपत्ति, मशीनों व बस्ती जमीनों को लेकर आज यहां की संपत्ति करीब 500 करोड़ की होगी।
बीस वर्षो से बंद पड़ी केबुल की जमशेदपुर यूनिट से आज भी लाखों रुपये की आमद बतायी जा रही है जिससे सिक्योरिटी व मेंटेनेंस आदि आवश्यक कार्यो का निपटारा किया जाता है। जिसमें शौर्या इन केबुल हाउस, आइवीपी प्लांट, गेस्ट हाउस, एडव्लूएस का हॉल व डिस्पेंसरी आदि का भाड़ा शामिल है। बताया गया है कि अक्टूबर 2001 से लेकर जुलाई 2009 तक 50 से 60 करोड़ का आय-ब्याय हुआ है, जिसमें कर्मियों के वेतन, कंपनी के रंग रोगन व अन्य कार्य शामिल है।
'2000 के बाद इंकैब इंडस्ट्रीज लिमिटेड का ऑडिट नहीं हुआ है। ऑयफर-बॉयफ अपनी हरेक सुनवाई में प्रबंधन से ऑडिट रिपोर्ट देने की मांग की, लेकिन आय-ब्याय का लेखा-जोखा प्राप्त नहीं हुआ है। इधर 2019 में भी नेशनल कंपनी ऑफ ला ट्रिब्यूनल में भी कंपनी का लेखा-जोखा मांगा गया था। आज तक न तो कंपनी की ऑडिट रिपोर्ट मिली और नहीं एकाउंट्स की पूरी जानकारी दी गई। रामविनोद सिंह, मजदूर नेता, इंकैब।