फर्जी बिल बना आयुष्मान में भुगतान लिया तो कार्रवाई
आयुष्मान भारत योजना के लाभुक ने बीमारी का बहाना कर फर्जी बिल से भुगतान हासिल किया तो लाभुकों पर भी कार्रवाई होगी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। आयुष्मान भारत योजना के लाभुक ने बीमारी का बहाना कर फर्जी बिल बनाने के बाद अगर किसी अस्पताल या नर्सिग होम से भुगतान हासिल किया तो जांच होने के बाद दोषी अस्पताल के साथ ही लाभुकों पर भी कार्रवाई होगी। इसलिए लाभुक आयुष्मान कार्ड का दुरुपयोग नहीं करें।
इस बारे में खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सरयू राय ने गुरुवार को मानगो नगर निगम परिसर में आयुष्मान पत्र बांटने के मौके पर लाभुकों को चेताया। मानगो नगर निगम में 38 राशन डीलरों के यहां से बंटने को 3825 आयुष्मान पत्र आए हैं। इनमें से 225 पत्र मंत्री ने समारोह में बांटे। बाकी बांटने के लिए राशन डीलरों को दे दिए गए हैं। इस मौके पर हुए समारोह में सांसद विद्युत वरण महतो, भाजपा नेता आफताब सिद्दीकी, मानगो नगर निगम के कार्यपालक अधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता आदि थे।
यहां बोलते हुए मंत्री सरयू राय ने लाभुकों से कहा कि एक आयुष्मान कार्ड से एक साल में एक परिवार को पांच लाख रुपये का इलाज होगा। मंत्री ने कहा कि लाभुक हड़बड़ाएं नहीं। आयुष्मान का गोल्डन कार्ड सब लाभुकों को मिलेगा। जब भी आप जनवितरण प्रणाली के दुकानदार के यहां राशन लेने जाएं वहां गोल्डन कार्ड ले लें। सांसद ने भी आयुष्मान कार्ड की विशेषताएं बताई।
सक्षम लोग मत लें आयुष्मान कार्ड
मंत्री ने कहा कि संपन्न और सक्षम लोगों के पास अगर राशन कार्ड है तो वो इसे जमा कर दें। ऐसे लोग आयुष्मान का कार्ड नहीं लें तो बेहतर है। वरना पकड़े जाने पर इन लोगों ने जितना राशन अब तक लिया है, उसकी कीमत वसूली जाएगी। कार्रवाई अलग से होगी।
धनवान वापस करें तो गरीबों को कार्ड
मंत्री ने कहा कि शहर में सरकार ने 60 फीसद लोगों को ही राशन कार्ड दिए हैं। कई धनवान लोगों को राशन कार्ड बनवा लिए हैं। ये लोग राशन कार्ड वापस कर दें तो इसकी जगह गरीबों के कार्ड बनेंगे और उन्हें आयुष्मान कार्ड मिलेगा।