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टाटा स्टील के कर्मचारियों का हाउस रेंट बढ़ा, जानिए क‍ितना बढ़ेगा जेब पर बोझ Jamshedpur News

टाटा स्टील में ग्रेड रिवीजन के बाद कर्मचारियों के हाउस रेंट (क्वार्टर का भाड़ा) में प्रतिमाह 80 से 250 रुपये की मासिक बढ़ोत्तरी हुई है। बढ़ोत्तरी पहली सितंबर 2019 से प्रभावी होगी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 08 Nov 2019 03:40 PM (IST)Updated: Fri, 08 Nov 2019 03:40 PM (IST)
टाटा स्टील के कर्मचारियों का हाउस रेंट बढ़ा, जानिए क‍ितना बढ़ेगा जेब पर बोझ Jamshedpur News
टाटा स्टील के कर्मचारियों का हाउस रेंट बढ़ा, जानिए क‍ितना बढ़ेगा जेब पर बोझ Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं।  टाटा स्टील में ग्रेड रिवीजन के बाद कर्मचारियों के हाउस रेंट (क्वार्टर का भाड़ा) में प्रतिमाह 80 से 250 रुपये की मासिक बढ़ोत्तरी हुई है। यह बढ़ोत्तरी पहली सितंबर 2019 से प्रभावी हो गई है।

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टाटा स्टील में 23 सितंबर 2019 को ग्रेड रिवीजन समझौता हुआ। इसके बाद से कर्मचारियों को झटका लगना शुरू हो गया है। पहला झटका हाउस रेंट के रूप में लगा है। कंपनी का वर्तमान में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 100 तरह के क्वार्टर व फ्लैट हैं। प्रबंधन ने सबके भाड़े में बढ़ोत्तरी की है। वहीं, कंपनी प्रबंधन ने कदमा बीएच एरिया स्थित प्रकृति विहार, जीर्णोद्धार कर बनाए गए के-2 फ्लैट, कदमा बिष्टुपुर व साकची में बने टीआर टाइप, बारीडीह स्थित टीजे टाइप, सिदगोड़ा स्थित एक्स व एक्सएन टाइप और बारीडीह स्थित एनबी टाइप में रहने वाले कर्मचारियों को राहत दी है। इन फ्लैट्स का मासिक किराया पहले ही सबसे ज्यादा है। वहीं, शेष सभी फ्लैट्स व क्वार्टरों के मासिक किराये में बढ़ोत्तरी की गई है।

इन क्वार्टरों के मासिक किराये में 80 रुपये की बढ़ोत्तरी

  • बर्मामाइंस स्थित टाइप ए व बी, एफ-2।
  • धातकीडीह स्टेट माइल स्थित सीएस क्वार्टर व फ्लैट।
  • जीपी स्लोप स्थित सीएस क्वार्टर।
  • मेडिकल बस्ती स्थित एक रूम के क्वार्टर व फ्लैट।
  • भालूबासा हरिजन बस्ती स्थित सीएस क्वार्टर्स व फ्लैट।
  • कदमा साकची व बर्मामाइंस स्थित सीएसआर टाइप क्वाटर्स।
  • ट्यूब बारीडीह स्थित के-2, के-2 (एफएस), के-2 (टीएस) व के-2 टाइप (डीएस)।
  • साकची स्थित एल व एल-1 टाइप।
  • साकची व बिष्टुपुर स्थित एल-2 टाइप।
  • साकची, बिष्टुपुर, बर्मामांइस व कदमा स्थित एल-4 टाइप।
  • साकची स्थित एल एच टाइप। साकची व कदमा स्थित एम-2 टाइप।
  • मेटरनिटी क्वार्टर कदमा।
  • मिसट्रेस क्वार्टर कदमा।
  • कदमा व बिष्टुपुर स्थित ओल्ड टीआर।
  • कदमा स्थित पीसी-2 रूम क्वार्टर।
  • कदमा पीसीएफ क्वार्टर।
  • कदमा व धातकीडीह स्थित प्रोटो टाइप।
  • साकची आरएन-1 टाइप।
  • कदमा एन-2 टाइप।
  • साकची आरएन-1 टाइप।
  • कदमा एन-2 टाइप।
  • बर्मामाइंस एस टाइप।
  • कदमा एलएचवी क्वाटर्स।
  • कदमा-सिदगोड़ा एसआर टाइप।
  • कदमा बिष्टुपुर व साकची के टीआर टाइप।
  • बिष्टुपुर में जी-1 टाइप, जी-2 टाइप, एच-1 से एच-5 टाइप।
  • कदमा, बिष्टुपुर, साकची व बर्मामाइंस स्थित एच-6 टाइप।
  • साकची जेएसक्यू एसीसी कॉलोनी।
  • बारीडीह में एल-4 (टीएस), न्यू बाराद्वारी, टीजे-2 टाइप।
  • कदमा टीजे-4 टाइप।
  • सिदगोड़ा में एक्स व एक्सएन टाइप।
  • बिष्टुपुर व साकची के जी-4 टाइप। कदमा जी-5 टाइप।
  • बारीडीह में एल-5 (टीएस)।
  • कदमा बिष्टुपुर, एग्रिको व बारीडीह में एल-5 टाइप।
  • कदमा व एग्रिको में एल-6 टाइप।
  • बिष्टुपुर में पी-1 टाइप।
  • बारीडीह में वर्कर्स फ्लैट, टीजे-1 टाइप।
  • गोलमुरी वर्कर्स फ्लैट।
  • धातकीडीह फ्लैट।
  • कदमा फ्लैट ओल्ड।
  • बिष्टुपुर जी टाइप।
  • साकची स्थित न्यू स्वर्णरेखा फ्लैट।

    100 रुपये की बढ़ोत्तरी 

  • गोलमुरी में जीएफ-1 से जीएफ-4 फ्लैट।
  • कदमा में टीएस फ्लैट (न्यू)। 

    125 रुपये बढ़ोत्तरी

  • कदमा आइसी रोड व केएफ-4 फ्लैट।
  • सिदगोडा व बारीडीह में न्यू एसआर टाइप।
  • बर्मामाइंस एफ टाइप।
  • 130 रुपये बढ़ोत्तरी

  • कदमा स्थित एफएस बंगला।

135 रुपये बढ़ोत्तरी

  • साकची स्वर्णरेखा फ्लैट।
  • टीएस फ्लैट (ओल्ड) व ट्विन कॉटेज।

140 रुपये मासिक बढ़ोत्तरी : कदमा बीएच एरिया के जीपीएस वक्र्स

190 रुपये बढ़ोत्तरी : बेल्डीह लेक फ्लैट, डीबीएमएस फ्लैट व कदमा उलियान फ्लैट।

200 रुपये मासिक बढ़ोत्तरी : कदमा फ्लैट न्यू। बर्मामाइंस सिक्योरिटी फ्लैट। बारा वर्कर्स फ्लैट सिदगोडा। गोलमुरी जीएफ-5 फ्लैट।

210 रुपये बढ़ोत्तरी : बारीडीह एम टाइप फ्लैट।

240 रुपये मासिक बढ़ोत्तरी : एग्रिको वर्कर्स फ्लैट।

250 रुपये बढ़ोत्तरी : साकची बाराद्वारी फ्लैट। न्यू बारा फ्लैट।

कमेटी मेंबरों में है नाराजगी

हाउस रेंट बढ़ाने को लेकर कमेटी मेंबरों में नाराजगी देखी गई है। कई कमेटी मेंबर यूनियन नेतृत्व को कोस रहे हैं कि जब ग्रेड रिवीजन समझौता 23 सितंबर को हुआ तो हाउस रेंट पहली अक्टूबर के बजाए पहली सितंबर से क्यों वसूला जा रहा है। यूनियन नेतृत्व ने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया?

बिजली बिल में भी बढ़ोत्तरी

टाटा स्टील कर्मचारियों के बिजली बिल में भी 60 पैसे से 1.06 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। हालांकि यूनियन नेतृत्व का तर्क है कि पिछली बार ग्रेड रिवीजन के बाद जितनी बढ़ोत्तरी हुई थी, इस बार भी उतनी ही बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन पिछली बार कर्मचारियों को एमजीबी के रूप में 4000 रुपये मिले थे जो इस बार बढ़कर 7000 रुपये हुए है।

मेडिकल सुविधाओं की दर में भी होगी बढ़ोत्तरी

टाटा स्टील द्वारा संचालित टाटा मेन हॉस्पिटल में कई ऐसी सुविधाएं हैं। इसके लिए सब्सिडी रेट पर ही कर्मचारियों को कुछ भुगतान करना पड़ता है। इसमें बेड चार्ज, केबिन चार्ज, एम्बुलेंस सेवा, एक्स-रे, सिटी स्कैन, आंखों में लेंस लगाने, कैथ लैब के लिए पैसे देने पड़ते हैं। ग्रेड रिवीजन के बाद इन सेवाओं के लिए भी जल्द ही उन्हें अपनी जेब थोड़ी ज्यादा ढ़ीली करनी होगी। हालांकि यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय का कहना है कि मेडिकल एडवाइजरी कमेटी में सेवाओं के दर में बढ़ोत्तरी पर निर्णय लिया जाएगा। यदि कुछ सेवाओं की दर में बढ़ोत्तरी होगी तो यूनियन की निश्शुल्क सुविधाएं भी लेगी।  


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