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केयू में अब इनोवेशन पर होगा फोकस

राज्य की नई शिक्षा नीति में हर वो फार्मूला शामिल किया जा रहा है,

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jan 2018 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 06 Jan 2018 03:00 AM (IST)
केयू में अब इनोवेशन पर होगा फोकस
केयू में अब इनोवेशन पर होगा फोकस

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : राज्य की नई शिक्षा नीति में हर वो फार्मूला शामिल किया जा रहा है, जिसमें एकेडमिक डिग्री के साथ युवा इनोवेशन के क्षेत्र में भी हरफनमौला बन सकें। नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को इनोवेशन प्रोजेक्ट भी करने होंगे, ताकि अपनी स्किल डेवलप कर वह बेहतर रोजगार हासिल कर सकें।

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इसे ध्यान में रखते हुए उच्च एवं तकनीकी शिक्षा कौशल विकास विभाग ने इस दिशा में तैयारी कर रहा है। कोल्हान विश्वविद्यालय सहित सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में इनोवेशन सेंटर खोलें जाएंगे। जिससे छात्रों के अंदर छुपी प्रतिभाएं बाहर सकें। इसमें छात्रों को स्टार्टअप योजना पर काम करने के लिए सरकार ने बजट तैयार कर ली है।

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किसी एक स्ट्रीम में बंधकर नहीं रहेंगे छात्र

यदि कोई छात्र बीए प्रोग्राम कोर्स कर रहा है, अगर वह गणित या अर्थशास्त्र की पढ़ाई करने के साथ विश्वविद्यालय के इनोवेशन सेंटर में कोई सिर्टफिकेट या डिप्लोमा कोर्स करना चाहता है, तो उसे वह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। ऐसे ही कॉमर्स के छात्र को ई-बिजनेस, ई-रिटेल, एप डवलपमेंट, ई-बैलेंस शीट के अलावा स्मार्ट बैंकिंग जैसे टूल्स और समाज में इन्हें लागू करने की दिशा में सक्रिय किया जाएगा। अगर वह साइंस स्ट्रीम केकिसी प्रोजेक्ट से जुड़ना चाहें या आ‌र्ट्स के किसी फील्ड प्रोजेक्ट से जुड़ना चाहें तो उसकी इसमें आजादी होगी। किसी एक स्ट्रीम में बंधकर छात्र नहीं रहेगा। इंजीनियरिंग के छात्रों को भी फील्ड वर्क से जोड़ा जाएगा, क्योंकि देश में इंजीनियरों की संख्या बढ़ी है, पर वर्क की नॉलेज कुछ ही युवाओं को है।

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प्लेसमेंट सेल होगा हाईटेक

हर कॉलेजों के प्लेसमेंट सेल को भी हाईटेक किया जाएगा। नई शिक्षा नीति में पीएम मोदी के उस सपने को पूरा करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है जिसमें यहा कहा गया है कि यूथ के हाथ में डिग्री के साथ स्किल भी हो। इसमें सरकार की स्टार्टअप योजना या मुद्रा लोन योजना को जोड़कर, उच्च शिक्षित युवाओं को उद्यमी बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।

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-अब छात्रों की स्किल बढ़ेगी। वह नौकरी के मोहताज न होकर अपना छोटा-मोटा बिजनेस शुरू कर सकेंगे। ऐसा नहीं होगा कि ग्रेजुएशन करने के बाद वे क्या करें की स्थिति में रहें। हम छात्रों से नए-नए इनोवेशन की अपेक्षा रखते हैं।

-डॉ. एस एन सिंह, कुलसचिव, कोल्हान विश्वविद्यालय।


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