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World Blood Donor Day 2019 : यहां के रक्तदाता बेमिसाल, खून देकर फैला रहे हरियाली

यहां रक्तदाताओं को सम्मान के रूप में पौधा देकर सम्मानित किया जाता है। इसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक करना और रक्तदाताओं को भी प्रेरित करना है।

By Edited By: Published: Fri, 14 Jun 2019 08:14 AM (IST)Updated: Fri, 14 Jun 2019 03:14 PM (IST)
World Blood Donor Day 2019 : यहां के रक्तदाता बेमिसाल, खून देकर फैला रहे हरियाली

जमशेदपुर, अमित तिवारी।  World Blood Donor Day 2019 लौहनगरी अपने अनूठे प्रयासों की वजह से चर्चित रही है। झारखंड का यह इकलौता शहर है जहां पर खून की किल्लत नहीं होती। यहां हर साल करीब 60 हजार यूनिट रक्त संग्रह होता है जो झारखंड के अन्य शहरों से काफी आगे है।

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इसे ऐसा बनाए रखने के उद्देश्य से अब एक नया प्रयोग शुरू हो गया है। आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल संस्था की ओर से प्रत्येक महीने के अंतिम शनिवार को जमशेदपुर ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। इसमें खास बात यह है कि सभी रक्तदाताओं को सम्मान के रूप में पौधा देकर सम्मानित किया जाता है। इसका उद्देश्य एक तो पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक व उत्साहित करना और दूसरा रक्तदाताओं को भी प्रेरित करना है।

रक्तदाता घर ले जाते पौधा

रक्तदाता अपने घर में अपनी सुविधानुसार पौधों का चयन कर उपहार स्वरूप जब घर ले जाते हैं तो उनके घरों में खुशी का माहौल रहता है और वह पेड़ हमेशा रक्तदान करने को प्रेरित करता है। एक व्यक्ति को इच्छा के अनुरूप एक से ज्यादा पौधे दिए जाते हैं।

छह साल में बांटे गए दस हजार से अधिक पौधे

आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल जमशेदपुर की ओर से छह दिसंबर 2013 को पौधे बांटने की पहल शुरू की गई थी। बीते छह साल में अबतक कुल छह हजार रक्त संग्रह और दस हजार से अधिक पौधे का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शहर के पांच हजार रक्तदाताओं को जोड़ा गया है। ये लोग खून देने के साथ-साथ पौधे लगाकर हरियाली फैलने का भी काम करेंगे।

दो तरह के बांटे जाते पौधे

बड़े पौधे : आंवला, हरे, बहेरा, सीता शोक का पौधा।

 छोटे पौधे : लेमनग्रास, अश्वगंधा, ब्राह्मी, पाथर कूची, धृतकुमारी सहित अन्य।

2022 तक 25 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य

रक्तदाताओं को खून देने के बाद सम्मान में पौधा भेंट किया जाता है। इस पौधे को देखकर लोग रक्तदान करने को प्रेरित तो होंगे ही साथ में पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति पाने में भी सहयोग मिलेगा। हमारा लक्ष्य है कि जिस तरह से खून देने में जमशेदपुर शहर नंबर वन है उसी तरह शहर को हरा-भरा बनाकर प्रदूषण को कम करना है। वर्ष 2022 तक 25 हजार पौधे लगाने लगाया जाएगा।

- सुनील आनंद, रिलीफ सचिव, आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल जमशेदपुर।

झारखंड का सबसे बड़ा ब्लड बैंक

झारखंड में जमशेदपुर ब्लड बैंक सबसे बड़ा है। यहां पर हमेशा तीन से चार हजार यूनिट स्टोक में रहता है जो कि दूसरे ब्लड बैंकों में नहीं रहता है। खून देने में जमशेदपुर के लोग काफी आगे है। रांची, धनबाद में अगर किसी मरीज को खून की जरूरत पड़ती है तो पहले डोनर देते है तब ही मरीज को मिल पाता है। जमशेदपुर में ऐसा नहीं है।

- विजय सिंह, महासचिव, रेडक्रास सोसाइटी। 

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