रेड जोन से आए मरीजों को होम क्वारंटाइन करना पड़ा मंहगा
बारीडीह व सिदगोड़ा में तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने की सूचना जिला प्रशासन को बीते शनिवार की देर रात को ही चल गई थी। इसके बाद आनन-फानन में रात डेढ़ बजे तीनों मरीजों को टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) भर्ती कराया गया। तब आसपास के लोगों को पता नहीं चला।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बारीडीह व सिदगोड़ा में तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने की सूचना जिला प्रशासन को बीते शनिवार की देर रात को ही चल गई थी। इसके बाद आनन-फानन में रात डेढ़ बजे तीनों मरीजों को टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) भर्ती कराया गया। तब, आसपास के लोगों को पता नहीं चला। सुबह होते ही उस क्षेत्र को कंटेनमेट व बफर जोन घोषित कर दिया गया। लोगों की नींद टूटी तो इसे देखकर वे चौंक गए। इधर, रविवार की शाम को बारीडीह में एक और युवती कोरोना पॉजिटिव पायी गई। यह रांची से लौटी थी। जिन-जिन क्षेत्रों में मरीज पाए गए हैं उसे सील कर दिया गया है। उनपर सख्ती से नजर रखने के लिए चार कंट्रोल रूम बनाए गये है। लोग अपनी जरूरत के अनुसार सूचना देकर सामान मंगा सकते हैं। दिनभर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व अक्षेस के विशेष पदाधिकारी इस क्षेत्र का जायजा लेते रहे। पहले दिन किसी व्यक्ति का नमूना नहीं लिया गया।
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बारीडीह, सिदगोड़ा क्षेत्र का थ्री-डी ट्रैक्टर से किया गया सैनिटाइज
मरीज मिलने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं, जमशेदपुर अक्षेस की ओर से जिन क्षेत्रों में मरीज मिले उस क्षेत्र के अधिकांश घरों को सैनिटाइज किया गया। इसके लिए थ्री-डी ट्रैक्टर मंगाया गया था। इसके माध्यम से एक साथ तीन क्षेत्र में अधिक से अधिक घरों को सैनिटाइज किया जा सकता है।
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30 लोगों की टीम दिनभर करते रही सर्वे
सुबह डीसी रविशंकर शुक्ला व एसएसपी एम. तमिल वाणन सिदगोड़ा पहुंचे। सर्वे शुरू होने से पूर्व डीसी ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को सिदगोड़ा टाउन हॉल में विशेष दिशा-निर्देश दिया। सर्वे के लिए तीन टीम बनायी गई है। दस लोगों की एक टीम है। पहले दिन करीब 250 घरों में 1250 से अधिक लोगों का सर्वे किया गया। तीन दिनों के अंदर जिला प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
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होम क्वारंटाइन को लेकर लोगों में दिखा आक्रोश
बारीडीह के दो व एक सिदगोड़ा निवासी मरीज रेड जोन से आए हैं। इसमें दो कोलकाता व एक रांची के शामिल हैं। इसे लेकर लोगों में आक्रोश देखा गया। उनका कहना था कि थोड़ी सी लापरवाही की वजह से हजारों लोगों की जान पर आफत बन आई है। अगर, इन मरीजों को होम क्वारंटाइन न भेजकर सरकारी क्वारंटाइन में रखा जाता तो शायद आज यह नौबत नहीं आती।
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टीम ने हाथ जोड़कर बोली सहयोग कीजिए
बारीडीह में सर्वे के दौरान पता चला कि कोलकाता से लौटी युवती कई लोगों की संपर्क में आई थी। इसके बाद टीम के सदस्य उस व्यक्ति के घर पहुंची। इस दौरान वे लोग छुपाने का प्रयास किए। इसे देखते हुए टीम के सदस्यों ने उन्हें हाथ जोड़कर आग्रह किया कि हमलोग आपकी जान बचाने के लिए ही आए है, न कि लेने के लिए। अगर, आपलोग सहयोग नहीं करिएगा तो कौन करेगा? इसके बाद स्पष्ट हो सका कि युवती उस घर के लोगों के संपर्क में नहीं आई थी।
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पोलियो की तरह जीत जाएंगे हम
सर्वे को लेकर लोग काफी संतुष्ट दिखे। डोर-टू-डोर सर्वे देखकर बारीडीह निवासी 68 ंवर्षीय महेंद्र सिंह कहते है कि पोलियो की तरह हम लड़ाई लड़ रहे है। कर्मचारियों का सवाल पूछने का अंदाज देखकर वह पल ताजा हो गया। पोलियो की तरह कोरोना को भी हमलोग हराएंगे। हर परिवार से 13 सवाल पूछे जा रहे हैं। साथ ही सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके साथ ही ब्लड प्रेशर, मधुमेह, अस्थमा, किडनी, कोल्ड कफ, ड्राई कफ, हाई फीबर आदि की जानकारी ली जा रही है।