Indian Railways : रेल कर्मचारियों की बढ़ेगी स्वास्थ्य सुविधाएं, रेलवे की खास पहल
Indian Railways रेल कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। उनकी स्वास्थ्य सुविधाएं बढने जा रही हैं। चक्रधरपुर मंडल रेल अस्पताल में ही डायलिसिस सेंटर संचालित करने की योजना पर अमल शुरू हो गया है। अब कर्मचारियों व उनके आश्रितों को भटकना नहीं पडेगा।
जमशेदपुर, जासं। रेल कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। अब तक रेल कर्मचारियों को अपने या आश्रितों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता था। इसके लिए भी उन्हें रेलवे के अस्पताल में जाकर रेफर कराना पड़ता था। चक्रधरपुर मंडल में भी डायलिसिस के लिए रेल कर्मचारियों को भटकना पड़ता था।
उन्हें कभी टाटा मोटर्स अस्पताल तो कभी ब्रह़मानंद अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ता था। लेकिन कोविड 19 महामारी के बाद से कर्मचारियों की परेशानी और बढ़ गई। उन्हें डायलिसिस से पहले कोविड निगेटिव रिपोर्ट की मांग अस्पताल प्रबंधन करता था। इन्हीं परेशानियों को देखते हुए दक्षिण - पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस ने रेल प्रबंधन से रेलवे अस्पताल में ही कर्मचारियों को डायलिसिस की सुविधा देने की मांग की थी। कर्मचारियों के लिए यह राहत की बात है कि रेलवे बोर्ड ने मेंस कांग्रेस की समस्या को ध्यान में रखते हुए इसके लिए फंड स्वीकृत कर दिया है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। इसके तहत रेल प्रबंधन वैसे निजी लैब को आमंत्रित करेगा जो अपने नर्सिंग होम में डायलिसिस की सुविधा देती है। तय नियमों के अनुसार सभी प्राइवेट कंपनियों को टेंडर प्रक्रिया में शामिल होना होगा। इसके बाद जिसकी बोली सबसे कम रहेगी उन्हें चक्रधरपुर मंडल रेल अस्पताल में ही डायलिसिस सेंटर संचालित करने का मौका मिलेगा। इसमें उन्हें मशीन का संचालन, रख-रखाव, दवा सहित डाक्टर की पूरी सेवा देनी होगी। इस सेवा के शुरू होने से रेल कर्मचारियों को डायलिसिस के लिए दूसरे अस्पतालों में भटकना नहीं पड़ेगा।
मेंस कांग्रेस ने रखी थी मांग
मालूम हो कि इससे पहले भी मेंस कांग्रेस ने रेल अस्पताल में डाक्टर, नर्स व पारा मेडिकल स्टाफ की कमी का मामला उठाया था जिसके बाद रेल प्रबंधन निविदा पर सभी रिक्त पदों पर बहाली शुरू कर दी है। इसके लिए पिछले दिनों ही ऑनलाइन इंटरव्यू भी आयोजित किया गया था। अब इस नइ पहल से भी रेलकर्मियों को बडी राहत मिल जाएगी। उन्हें अब ज्यादा परेशान नहीं होना पडेगा।