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पोता ही निकला दादी का हत्यारा, हुआ गिरफ्तार

पोता ही निकला दादी का हत्यारा। वह भी महज 30 हजार रुपये के लालच में। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 06:30 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 06:30 PM (IST)
पोता ही निकला दादी का हत्यारा, हुआ गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर

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पोता ही निकला दादी का हत्यारा। वह भी महज 30 हजार रुपये के कारण। यह लोमहर्षक घटना एमजीएम थाना अंतर्गत बालीगुमा के गुलमोहर अपार्टमेंट, न्यू ग्रीन सिटी स्थित फ्लैट नंबर जीएफ-2 में शुक्रवार को घटी थी। दादी शकुंतला देवी 80 वर्ष को उसके पोते बिरसानगर निवसी ए. हर्षित नायडू, ए निखिल नायडू ने अपने साथी संदीप उर्फ नीलकंठन नायर, गोविंदपुर निवासी के सहयोग से चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही जमशेदपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने ग्रामीण एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के देखरेख में एक टीम का गठन कर त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित का सीसीटीवी फुटेज तथा मृतका की पुत्री सावित्री नायडू के फर्द बयान के आधार पर हत्यारों की पहचान की। इस संबंध में एसएसपी अनूप बिरथरे ने पत्रकारों को बताया कि जिस ज्वेलर्स के पास गहना को 73 हजार रुपये में बिक्री किया था। उसके मालिक ने दूसरे दिन अखबार में खबर छपने के बाद स्वयं एसएसपी से मिलकर सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराई। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जमशेदपुर से लेकर उड़ीसा के मयूरभंज तक आरोपित को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया। एसएसपी ने बताया कि मयूरभंज पुलिस ने बारीपदा के पास आरोपित को किराए के इंडिगो कार के साथ पकड़ कर जमशेदपुर पुलिस को सौंप दी। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपित को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

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गहने बिक्री करने के कारण पकड़े गए हत्यारे

एसएसपी ने बताया कि दादी की हत्या करने के बाद हत्यारे पोते ए. हर्षित नायडू, ए निखिल नायडू ने शरीर से गहना निकाल लिया। इसके बाद वह अपने दोस्त संदीप नायर के कारण में निकल गया। संदीप ने खून लगा कपड़ा साफ करवाया। इसके बाद गहना लेकर सीधे छगनलाल ज्वेलर्स ले गया। वहां दुकानदार ने गहना पहचान लिया। इस पर दुकानदार ने पूछा तो आरोपित ने कहा कि दादी की तबियत खराब है। इलाज कराना है। चूंकि गहना उसी का दुकान का था और मृतका के परिवार से बहुत ही पुराना संबंध था। यह जानकर नकद 73 हजार रुपये दे दिए। दूसरे ही दिन जब दुकानदार ने अखबार में हत्या की खबर पढ़ी तो उसे सबकुछ समझ में आ गया। स्वयं एसएसपी आफिस पहुंचकर सीसीटीवी का फुटेज उपलब्ध करा दिया।

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12 हजार में किराए पर ली थी कार

गहना बिक्री करने के बाद आरोपित कपड़ा खरीदा। इसके बाद शराब पी। शराब पीने के बाद शहर छोड़ने के लिए 12 हजार रुपये में किराए का इंडिगो कार लिया। इसके बाद सभी पुलिस की पकड़ से छुपने के लिए पुरी निकल गए। पुलिस आरोपित का लोकेशन की जानकारी ले रही थी। एसएसपी अनूप बिरथरे ने मयूरभंज के एसपी से बातचीत कर घटना की जानकारी दी। इसके पश्चात मयूरभंज पुलिस ने बारीपदा के पास आरोपित को पकड़ लिया।


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