18 वर्षो में अपेक्षित विकास नहीं हुआ, दो-तीन वर्षो में काम हुआ : राज्यपाल
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : झारखंड प्राकृतिक सौंदर्य से भरा है। इसका ऊपरी भाग जितना सुं
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर :
झारखंड प्राकृतिक सौंदर्य से भरा है। इसका ऊपरी भाग जितना सुंदर है, अंदर खनिज संपदा से उतना ही समृद्ध है। एक पिछड़ा राज्य है, इसे मानने में कोई बुराई नहीं है। पिछले 18 वर्षो में राजनीतिक अस्थिरता समेत अन्य कारणों से यहां अपेक्षित विकास नहीं हुआ, लेकिन हाल के दो-तीन वर्षो में काम हुआ है।
ये बातें झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कहीं। बिष्टुपुर स्थित चैंबर भवन में सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के सदस्यों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य व कनेक्टीविटी किसी भी देश या राज्य की प्रगति के आवश्यक अंग होते हैं। राज्य में इन तीनों क्षेत्रों में काम हुआ है। अब सब कुछ एक दिन में संभव नहीं है, लेकिन आने वाले दिनों में यह दिखेगा। शिक्षा में झारखंड बढ़ रहा है। राज्य के 300 स्कूलों को प्लस टू में अपग्रेड किया गया है, तो हर प्रखंड में कालेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है। जब वह चांसलर बनीं तो विश्वविद्यालयों में समस्याओं का अंबार लगा हुआ था। उन्होंने इसमें सुधार के लिए हर स्तर पर प्रत्येक तीन माह पर बैठक करनी शुरू की। अब कई कालेजों में प्राचार्य की नियुक्ति हो गई है, तो विभिन्न संकायों में प्रोफेसर-लेक्चरर बहाल किए गए हैं। आज तो राज्य में इतने कालेज हो गए हैं कि उन्हें बच्चे नहीं मिल रहे हैं। स्वास्थ्य के लिए देवघर, गुमला या रांची में बड़ा अस्पताल खुल रहा है। जमशेदपुर में भी बड़ा अस्पताल खुलना चाहिए। एयर कनेक्टीविटी के लिए बोकारो, देवघर, दुमका आदि में सर्वे हुआ है। जमशेदपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की मांग सरकार के पास रखूंगी।
राज्यपाल ने चैंबर के सदस्यों से कहा कि राज्य के विकास में उनकी भूमिका बहुत अहम है। यहां के 70 फीसद लोग खेती पर निर्भर हैं, आप इन्हें गोद ले सकते हैं। एसटी लोग व्यापार नहीं कर पाएंगे। नौकरी या खेती ही कर पाएंगे। उन्हें कैसे स्किल्ड किया जा सकता है। कम बारिश में कैसे खेती करेंगे, इस पर काम करें। यहां यहां के बच्चे बहुत टैलेंटेड हैं, उन्हें साधन उपलब्ध कराएं। यहां के बच्चे स्पोर्ट्स में ज्यादा रुचि रखते हैं, आप लोग इसमें मदद कर सकते हैं। आपकी मदद से ही देश-प्रदेश आगे बढ़ा है।
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पोटका के सबर गांव को गोद लें
राज्यपाल ने कहा कि चैंबर पिछड़े इलाकों का विकास करना चाहता है, इससे बड़ी बात क्या हो सकती है। जहां तक उनकी जानकारी है, पोटका में सबर नगर एक गांव है। वहां के लोग काफी पिछड़े हैं। चैंबर यदि इस गांव को गोद ले, तो अच्छा होगा। जहां तक टैक्स फ्री जोन बनाने की बात है, तो वह इस मांग को सरकार के पास रखेंगी।
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आप सरकार के अंग
राज्यपाल ने कहा कि आप लोग सरकार के अंग हैं, हिस्सा हैं। आप ही सरकार बनाने वाले हैं, इसलिए सरकार क्या काम कर रही है, यह देखना भी आपका काम है। सुझाव देना भी आपका काम है। आप उनसे भी जब चाहें, मिल सकते हैं। सरकार को विशेषज्ञों के सुझाव की आवश्यकता होती है।
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धौनी और स्टील सिटी थे पहचान
झारखंड की पहचान पहले धौनी और स्टील सिटी की वजह से होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। मोमेंटम झारखंड के बाद पूरे विश्व में इस राज्य को उत्सुकता से देखा जा रहा है। दुनिया के लोग जानना चाहते हैं कि झारखंड में क्या है।
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..तो लोग देते हैं गाली
राज्यपाल ने सड़कों की स्थिति पर बोलते हुए कहा कि उनका घर भी इस जिला (पूर्वी सिंहभूम) से सटा हुआ है। वह हवाई जहाज से अपने गांव जाती हैं, तो वहां के लोग उन्हें भी गाली देते हैं। स्वाभाविक है, लोग परेशान होंगे तो उनकी प्रतिक्रिया ऐसी ही होगी। वह उम्मीद करती हैं कि मुख्यमंत्री इसी शहर के हैं, तो यहां के आसपास की सड़क अच्छी बन जाएगी।
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इन्होंने रखी अपनी बात
चैंबर भवन में राज्यपाल से संवाद के दौरान महासचिव विजय आनंद मूनका ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने एनएच-33 के अब तक अधूरा रहने की बात कही, एयरपोर्ट के साथ राज्य में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुदृढ़ करने का आग्रह किया। उन्होंने सरकार से व्यापारियों-उद्यमियों के लिए जीवन या स्वास्थ्य बीमा कराने का आग्रह भी किया। स्वागत भाषण देते हुए अध्यक्ष अशोक भालोटिया ने जमशेदपुर में एक बड़ा अस्पताल खोलने का आग्रह किया, तो इंटरनेशनल एयरपोर्ट को नितांत आवश्यक बताया। राज्यपाल का भाषण समाप्त होने के बाद चैंबर के पूर्व अध्यक्ष मुरलीधर केडिया ने राज्य में पर्यटन, खासकर मेघाहातुबुरू (प. सिंहभूम) को हिल स्टेशन के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया।