Move to Jagran APP

चाचा ने बनाया हवस का शिकार, पंचायत ने सुनाया अजीबोगरीब फैसला

पंचों ने मामले को रफा-दफा करने के लिए आरोपित को पांच लाख रुपये नकद, खस्सी-मुर्गा एवं चावल का दंड सुनाया।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 25 Oct 2018 02:28 PM (IST)Updated: Thu, 25 Oct 2018 04:00 PM (IST)
चाचा ने बनाया हवस का शिकार, पंचायत ने सुनाया अजीबोगरीब फैसला
चाचा ने बनाया हवस का शिकार, पंचायत ने सुनाया अजीबोगरीब फैसला

जमशेदपुर/मंझारी(जेएनएन)। कोल्हान प्रमंडल के पश्चिम सिंहभूम जिले के मंझारी प्रखंड की एक नाबालिग को उसके रिश्ते के चाचा ने ही गर्भवती बना दिया। धीरे-धीरे यह बात पूरे पंचायत में फैल गई। आनन-फानन में पंचायत बुलाई गई, पंचों ने मामले को रफा-दफा करने के लिए आरोपित को पांच लाख रुपये नकद, खस्सी-मुर्गा एवं चावल का दंड सुनाया।

loksabha election banner

आरोपित इसके लिए तैयार नहीं हुआ। इसके बाद लगातार तीन बार पंचायत बुलाई गई ताकि गांव की बात गांव के बाहर नहीं जाए लेकिन जब आरोपित इतना दंड भरने के लिए तैयार नहीं हुआ तो मामला थाने पहुंचा और थाने में परिजनों ने मंगलवार को मामला दर्ज करा दिया, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया।

बताया गया है कि गांव में तीन बार पंचायत बुलाने के बाद भी सफलता नहीं मिली तो आदिवासी हो समाज व ग्रामीण मुंडाओं की अध्यक्षता में भी पंचायत का आयोजन किया गया। इसके बाद पीडि़ता ने गांव के मुंडा के साथ थाना पहुंचकर मामला दर्ज कराया। 

शुरू में भयवश पीडि़ता ने छिपाई बात

नाबालिग के घर में हडिय़ा बेचने का काम होता है। इसी दौरान उसके रिश्ते का चाचा उसके घर अक्सर आया करता था, उसके घर में रात में भी रुक जाता था। लड़की के परिजन आरोपित पर सहगोत्र के साथ-साथ भतीजी का रिश्ता होने के कारण शक नहीं करते थे, इसी का उसने लाभ उठाया। उसने लड़की को इस कदर डरा दिया था कि उसने यह बात किसी को नहीं बताई।

गर्भवती होने पर फैली बात

 चार माह का गर्भ हो जाने पर गांव में खबर फैल गई और पंचायत का दौर शुरू हुआ। सबसे पहले 17 सितंबर को बैठक हुई। इसके बाद नौ अक्टूबर और 23 अक्टूबर को अंतिम बैठक में भी मामले पर किसी तरह की सहमति नहीं बनी तो पीडि़ता को थाने जाना पड़ा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.