माता-पिता ने डांटा तो लड़की ने उठाया ऐसा कदम, जानिए
गलती पर बेटी को फटकार लगाकर इत्मीनान हो गए, लेकिन बेटी ने ऐसा कदम उठाया कि पैरों तले जमीन खिसक गई।
जमशेदपुर (जेएनएन)। माता-पिता ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कुछ ऐसा भी होनेवाला है। गलती पर बेटी को फटकार लगाकर इत्मीनान हो गए, लेकिन बेटी ने ऐसा कदम उठाया कि पैरों तले जमीन खिसक गई। पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर के बर्मामाइंस थाना इलाके की इस्ट प्लांट बस्ती शिव मंदिर के पास रहनेवाले सुशांत सेवक की 15 वर्षीय नाबालिग पुत्री रानी ने अपने घर में आग लगाकर आत्महत्या कर ली। आग लगाने के बाद नाबालिग जब आधा से अधिक जल गयी तो बाहर निकली। बाहर चीखने की आवाज सुनकर आसपास के लोग जब तक पानी लेकर आग को बुझा पाते तब तक रानी की मौत हो चुकी थी।
मृतका के पिता ने बताया कि वे सुबह सात बजे काम के सिलसिले में निकल गए थे। उसकी मां फोटो कॉपी कराने के लिए दुकान की ओर गयी थी। इतने ही देर में नाबालिग अपने कमरे में गयी और केरोसीन डाल कर आग लगा ली। घटना के बाद उसकी मां मौके पर पहुंची और फोन कर अपने पति व पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही मौके पर बर्मामाइंस पुलिस पहुंची और मृतका का शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।
फाउंड्री स्कूल में पढ़ी थी बच्ची
नाबालिग बच्ची के पिता मजदूरी कर किसी तरह घर चलाते हैं। वह कक्षा सात में टाटा फाउंड्री स्कूल में पढ़ाई करती थी। बताया जाता है कि आर्थिक तंगी के कारण दो साल पूर्व ही बच्ची की पढ़ाई बंद हो हो गई थी। वह घर पर रहती थी और अपनी मां के साथ उसके काम में हाथ बंटाती थी। पुलिस के मुताबिक मंगलवार की सुबह किसी बात को लेकर माता-पिता ने अपनी पुत्री को फटकार लगाई थी। सुबह करीब 10 से 11 बजे के बीच उसने आग लगा ली। पड़ोसियों ने बताया कि रानी की मां का देहांत पूर्व में ही हो गया था। इसके बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। दूसरी शादी करने के बाद रानी व उसकी मां के साथ पटरी नहीं खाती थी। दोनों के बीच अक्सर लड़ाई झगड़ा होता रहता था। पुलिस के मुताबिक मामला प्रेम प्रसंग का भी हो सकता है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
मां ने लगाई थी फटकार
मृतका रानी के पिता ने बताया कि दो दिन पूर्व किसी बात को लेकर उसकी मां उसे जमकर फटकार लगाई थी। वह गुस्से में आकर घर में बिना बताए भाग गयी थी। परिवार के लोग काफी खोजबीन किया, नहीं मिली तो पुलिस को सूचना भी दी गयी थी। इसी बीच परिजन को पता चला कि वह टाटा नगर रेलवे स्टेशन के पास है। परिजन स्टेशन जाकर उसे बरामद कर लिया था।