निपाह पर टाटा जू भी हुआ अलर्ट
पूर्वी सिंहभूम जिले में निपाह वायरस को लेकर जारी दिशा-निर्देश के
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में निपाह वायरस को लेकर जारी दिशा-निर्देश के बाद टाटा जू भी अलर्ट हो गया है। टाटा स्टील जूलोजिकल पार्क में जगह-जगह इसके बोर्ड लगा दिए गए हैं, जिसमें निपाह वायरस से बचने के लिए क्या करें और क्या ना करें की सूचना दी गई है। जुबिली लेक के पास यह बोर्ड प्रमुखता से लगाए गए हैं। साथ ही बोटिंग करने वालों को बैट पार्क (चमगादड़ पार्क) के पास नहीं जाने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक निपाह वायरस चमगादड़ और इसके द्वारा जूठे किए गए फल से यह वायरस फैलता है।
टाटा जू के उपनिदेशक व पशु चिकित्सक ने जिला सर्विलांस पदाधिकारी को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि निपाह वायरस (एनआइवी) को टाटा जू में फैलने से रोकने के लिए तमाम उपाय किए गए हैं। जू गार्डेन के कांट्रैक्टर व सुरक्षाकर्मियों को इससे जागरूक किया गया है, ताकि वे बैट आइलैंड के पास किसी को जाने ना दें। बैट आइलैंड जयंती सरोवर के अंदर है। इसके अलावा किसी को भी पेड़ पर चढ़ने या पेड़ से गिरे फल को छूने से मना किया जा रहा है।
पूर्वी सिंहभूम पूरे प्रदेश में सबसे अधिक संवेदनशील जिला माना जाता है। वर्ष 2009 के बाद से जिला में स्वाइन फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफ्लाइटिस समेत कई तरह के वायरस फैल चुके हैं। अब निपाह का खतरा मंडरा रहा है। केंद्र सरकार के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि केरल से आने वाले व्यक्ति में सर्दी-जुकाम और निपाह वायरस से होने वाली बीमारी के अन्य लक्षण मिलें तो इसकी सूचना तत्काल जिला सर्विलांस विभाग को दें।
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क्या करें, क्या ना करें
- चमगादड़ वाले इलाकों में सावधानी बरतें।
- सुअर या सुअर के संपर्क में आने वाले लोगों से दूर रहें।
- गिरे हुए या जानवरों के जूठे फल खाने से बचें।
- केरल से आने वाले फलों को अच्छी तरह धोकर खाएं।
- केला, आम व खजूर को लेकर विशेष सतर्क रहें।
- प्रकोप कम होने तक ताड़ व खजूर के रस का सेवन ना करें।
- यदि सब्जियों पर जानवरों के काटे का निशान हो तो उसे न खरीदें।
- अत्यधिक भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें, चेहरे पर मास्क लगाकर सफर करें।