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महामंत्री की आपत्ति, अध्यक्ष ने अपने निजी सचिव को दिया छह माह का एक्सटेंशन

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन में शीर्ष नेतृत्व के बीच विवाद कम होने का ना

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Nov 2018 10:43 PM (IST)Updated: Tue, 27 Nov 2018 10:43 PM (IST)
महामंत्री की आपत्ति, अध्यक्ष ने अपने निजी सचिव को दिया छह माह का एक्सटेंशन
महामंत्री की आपत्ति, अध्यक्ष ने अपने निजी सचिव को दिया छह माह का एक्सटेंशन

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन में शीर्ष नेतृत्व के बीच विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा उदाहरण अध्यक्ष के निजी सचिव एमएन कुमार को लेकर है। अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने बिना ऑफिस बियरर की रायशुमारी के अपने निजी सचिव के कांट्रेक्ट में छह माह की बढ़ोतरी कर दी है। एमएन कुमार का कार्यकाल 30 नवंबर को पूरा हो रहा है।

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टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष के निजी सचिव के रूप में एमएन कुमार वर्ष 1985 से कार्यरत हैं। इन्हें पूर्व अध्यक्ष वीजी गोपाल, एसके बेंजामिन, आरबीबी सिंह, रघुनाथ पांडेय, पीएन सिंह के अलावे अब आर रवि प्रसाद के साथ काम करने का अनुभव है, लेकिन एमएन कुमार वर्ष 2015 में ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसके बाद अध्यक्ष आर रवि प्रसाद की अनुशंसा पर उन्हें पहले एक वर्ष मेडिकल एक्सटेंशन दिया गया। जबकि शेष दो वर्ष उन्हें कांट्रेक्ट पर बहाल किया गया और उनका कांट्रेक्ट लगातार बढ़ाया जा रहा है। टाटा स्टील में भी एक्सटेंशन की सुविधा बंद हो चुकी है। इसे लेकर यूनियन में चर्चा का माहौल गर्म है। महामंत्री सतीश कुमार सिंह ने इस पर अध्यक्ष आर रवि प्रसाद को पत्र भेजकर आपत्ति जाहिर की है।

चौथी बार कांट्रेक्ट एक्सटेंशन क्यों : महामंत्री ने अपने पत्र में सवाल उठाया है कि एमएन कुमार के कांट्रेक्ट को लगातार चौथी बार एक्सटेंशन क्यों? जबकि उनकी उम्र हो चुकी है और मानवता के आधार पर उनके बेटे को यूनियन कार्यालय में नौकरी दी जा चुकी है। एमएन कुमार को भले ही कई अध्यक्षों के साथ काम करने का अनुभव हो लेकिन जब तक नए लोगों को मौका नहीं मिलेगा तो वे अनुभवी कैसे होंगे? एमएन कुमार का स्वास्थ्य भी पहले जैसा नहीं रहा। उम्र के साथ उनके द्वारा लिखे पत्रों में कई गलतियां होती हैं इसलिए उन्हें फिर से एक्सटेंशन देना उनके व उनके परिवार के साथ अनुचित होगा। वहीं, यूनियन कार्यालय में इन दिनों खर्च में कटौती की बात चल रही है जबकि एमएन कुमार को बतौर कर्मचारी वर्तमान में सबसे ज्यादा वेतन मिलता है।

'अध्यक्ष के सचिव के पास कई गोपनीय दस्तावेज आते हैं। एमएन कुमार की जगह वर्तमान में कोई उपयुक्त व्यक्ति हमारी नजर में नहीं है इसलिए उनका कांट्रेक्ट को छह माह बढ़ाया गया है। इस अवधि में उनकी जगह कोई उपयुक्त व्यक्ति की तलाश की जाएगी।'

-अरविंद पांडेय, डिप्टी प्रेसिडेंट, टीडब्ल्यूयू

'निजी सचिव के रूप में हमें कोई भी जानकार व तजरुेबेकार व्यक्ति नहीं मिल रहा है। इसलिए एमएन कुमार के कांट्रेक्ट को छह माह के लिए बढ़ाया गया है।'

-आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष


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