फॉरेंसिक टीम ने की कमरे की जांच, डॉक्टर की मौत के खोजे सुराग
20 दिसंबर 2019 को बिष्टुपुर के जिस जिंजर होटल के कमरा नंबर 311 में तमिलनाडु के कृष्णागिरी निवासी डॉक्टर गनना प्रकाश जयराम का शव मिला था उस कमरे को शुक्रवार को फॉरेंसिक टीम ने खंगाला।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : 20 दिसंबर 2019 को बिष्टुपुर के जिस जिंजर होटल के कमरा नंबर 311 में तमिलनाडु के कृष्णागिरी निवासी डॉक्टर गनना प्रकाश जयराम का शव मिला था, उस कमरे को शुक्रवार को फॉरेंसिक टीम ने खंगाला। चिकित्सक की मौत के बाद से ही कमरा सील बंद था। फॉरेंसिक टीम के साथ एफएसएल रांची की टीम ने शुक्रवार को कमरे का सील तोड़ कर जांच की। टीम ने बिष्टुपुर थाना की पुलिस की भी मदद ली। बताते चलें कि मौत के बाद डॉक्टर के पैंट की पॉकेट से दवा बरामद की गई। रुम में एक वोदका की भी बोतल मिली। टीम ने कमरे में जो कुछ भी मिला, उसका फिंगर प्रिंट लिया। तस्वीर उतारी। सभी दस्तावेज और सामान को सूचीबद्ध किए जाने के बाद मृतक के परिजनों को सौंप दिया गया। डाक्टर की कार की चाबी भी परिवारवालों को दे दी गई।
गौरतलब हो कि टाटा स्टील के स्वास्थ सेवा (ओएचएस) विभाग में गनना प्रकाश जयराम ने योगदान दिया था। एक दिसंबर को डॉक्टर होटल में ठहरे थे। 20 दिसंबर को चेक आउट करना था। उस दिन शाम चार बजे तक कमरे से नहीं निकले, तो होटल कर्मचारी देखने गए, लेकिन दरवाजा भीतर से बंद था। आवाज लगाने पर कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा खोला गया। बिस्तर पर डॉक्टर का शव पड़ा था। मेडिकल बोर्ड की टीम ने डॉक्टर के शव का पोस्टमार्टम किया था। गनना प्रकाश बेंगलूरु के येहलंका में पत्नी प्रिया और दो बेटी के साथ रहते था। पत्नी स्थानीय कॉलेज में प्रोफेसर है। डॉक्टर ने मानगो स्थित आशियाना अनंतरा में एक फ्लैट किराए पर लिया था। होटल से चेकआउट करने के बाद फ्लैट में शिफ्ट करने वाले थे।