गुदड़ी नरसंहार : पंचायत में भीड़ ने पहले पीटा, फिर जंगल में गला काटकर फेंका Jamshedpur News
पत्थलगड़ी समर्थक पूर्व मुखिया का विरोध करने पर दिया गया घटना को अंजाम सभी सात शव बरामद डीआइजी ने गुदड़ी के थाना प्रभारी अशोक कुमार को किया निलंबित।
संसू, सोनुवा (पश्चिम सिंहभूम)। पत्थलगड़ी के समर्थन व विरोध को लेकर पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में हुए नरसंहार में सभी सात शव जंगल से बरामद कर लिए गए हैं। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल भेज दिया गया है। इलाके में पुलिस कैंप कर रही है।
सभी मृतक 25 से 35 वर्ष के बीच के हैं। उप मुखिया जेम्स बूढ़ समेत सभी का गला काटकर हत्या की गई है। हत्या से पहले लाठी से इन्हें बुरी तरह पीटा भी गया। इन मृतकों में जेम्स बूढ़ (30), निर्मल बूढ़़ (25), लोम्बा बूढ़ (25), एतवा बूढ़ (27), कोंजो टोपनो (23), जरवा बूढ़ (22) और बोआस लोमगा (35) शामिल हैं।
पश्चिम सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा के अनुसार, डीआइजी कुलदीप द्विवेदी ने लापरवाही बरतने के आरोप में गुदड़ी के थाना प्रभारी अशोक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पुलिस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की कवायद में जुटी है। पूछताछ के लिए तीन ग्रामीण हिरासत में लिए गए हैं। पूछताछ चल रही है। सुरक्षा कारणों से नाम का खुलासा नहीं किया जा रहा है।
घटना की जानकारी देता पूर्व मुखिया पति रडसी बूड
घटना के आरोपित भी शीघ्र पकड़ लिए जाएंगे।
बताया कि घटना पत्थलगड़ी के समर्थन और विरोध को लेकर हुए विवाद के बाद अंजाम दिया गया। इलाके की पूर्व मुखिया मुक्ता होरो के पति रंसी बूढ़ पत्थलगड़ी के पक्ष में थे। एक वर्ष पहले गांव में अभियान चलाकर लोगों से आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य दस्तावेज जमा करा लिए थे। ग्रामीणों से राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का बहिष्कार करने की शुरू से अपील कर रहे थे। वर्तमान उप मुखिया जेम्स बूढ़ को इस पर एतराज था। वह पत्थलगड़ी का समर्थन नहीं करने की अपील कर रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार, पूर्व मुखिया मुक्ता होरो के पति का आरोप है कि जेम्स बूढ़ ने समर्थकों के साथ उनके तथा पांच अन्य ग्रामीणों के घर पहुंचकर गुरुवार रात सात बजे तोडफ़ोड़ की। घर के सामान को पूरी तरह नष्ट कर दिया। यही नहीं घर में घुस कर महिलाओं की भी पिटाई की। इसके बाद गांव में रविवार को पंचायत बुलाई गई। इसमें तोडफ़ोड़ करने वाले नौ लोग पकड़कर लाए गए। इसी बीच मौका देख दो लोग फरार हो गए। पंचायत में विवाद इस कदर बढ़ता गया कि जेम्स बूढ़ समेत सात लोगों की पत्थलगड़ी समर्थकों ने पहले जमकर पिटाई की। इसके बाद पत्थलगड़ी समर्थक सभी को उठाकर गांव से एक किलोमीटर दूर जंगल ले गए। वहां सभी का गला काटकर मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस घटना की जानकारी सोमवार को किसी को नहीं हुई। मंगलवार को ग्रामीण बाजार के दिन घटना की जानकारी गुदड़ी पुलिस को हुई। इसके बाद उन्होंने तुरंत ही सर्च अभियान शुरू करने का आदेश दिया। रात भर सर्च अभियान चलाया गया। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, सूचना के अभाव तथा ग्रामीणों से सहयोग नहीं मिलने के कारण सच्चाई जानने में देरी हुई। बुधवार की सुबह खोजी कुत्तों और हो भाषा विशेषज्ञ को बुलाया गया। इसके बाद ग्रामीणों से उनकी भाषा में बातचीत शुरू हुई, तब जाकर घटना की कहानी सामने आई। ग्रामीणों ने ही बताया कि हत्या कर शव कहां फेंके गए हैं।