क्वारंटाइन सेंटर ले जाए गए कोरोना संक्रमित के परिवार के सदस्य Jamshedpur News
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की एक टीम संक्रमित के पते पर बारीडीह बस्ती पहुंची और परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन सेंटर भेजने की व्यवस्था की गई।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। पश्चिम बंगाल से लौटे प्रवासी मजदूर के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद से प्रशासन रेस हो गया है। कोरोना संक्रमित को कोविड बेड पर शिफ़ट कर दिया गया है। इसके बाद उसकी ट्रैवेल हिस्ट्री खंगाली गई। मिलने-जुलनेवालों के बारे में पूरी जानकारी ली गई।
संक्रमित पाया गया व्यक्ति जमशेदपुर के बारीडीह का निवासी है। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की एक टीम संक्रमित के पते पर बारीडीह बस्ती पहुंची और परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन सेंटर भेजने की व्यवस्था की गई। एक-एक कर परिवार के सभी सदस्यों को एंबुलेंस में बिठाया गया और क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया।
बारीडीह में प्रशासन की टीम पहुंचने के बाद जुटे बस्तीवासी
परिवार के सभी सदस्यों के लिए जाएंगे नमूने
क्वारंटाइन सेंटर भेजे जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अब संक्रमित के परिवार के सभी सदस्यों के नमूने लेगी। इनके नमूनों को जमशेदपुर स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब में भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि परिवार के सदस्यों तक संक्रमण फैला है या नहीं। हालांकि रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन सेंटर में निर्धारित समय अवधि पूरी करनी होगी। दोबारा जांच के बाद संक्रमण नहीं पाए जाने पर ही उन्हें राहत मिल सकती है।
परिवार के सदस्यों में संक्रमण की संभावना कम
वैसे संक्रमित के परिवार के सदस्यों में कोरोना का संक्रमण फैलने की संभावना कम है। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि प्रवासी मजदूर पश्चिम बंगाल से ट्रक पर चढ़कर जमशेदपुर पहुंचा था। चेकिंग के दौरान ही उसे पकड़ लिया गया और घर जाने से रोक दिया गया। उसे सीधे एमजीएम अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। वहां उसका नमूना लिया गया। जांच रिपोर्ट में उसे कोरोना संकमण से पॉजिटिव पाया गया है।
बस्ती में मोबाइल से तस्वीर लेते युवा
अब इस बात की खोज की जा रही है कि क्या जमशेदपुर आने के बाद उसके परिवार के सदस्य उससे मिले हैं या नहीं। कोरोना पॉजिटिव मिला प्रवासी श्रमिक किसी ट्रक पर चढ़कर कोलकाता से विगत 11 मई को आया था। उसे चेक पोस्ट पर पकड़ लिया गया था और वहां से ही सीधे एमजीएम अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया था। उस समय उसमें कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण नहीं पाया गया था। दो दिन के बाद आइ रिपोर्ट में उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। अब एमजीएम अस्पताल और आइसोलेशन वार्ड को सैनिटाइज किया जाएगा। पॉजिटिव पाए गए प्रवासी श्रमिक को टीएमएच के कोविड वार्ड में शिफ्ट किया जा चुका है।