ईमान व अमल सुधारें मुसलमान
बैठक में हदीस का हवाला देते हुए कहा गया है कि अरबों की बर्बादी उनकी अपनी करतूत की वजह से होगी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जमशेदपुर की धार्मिक संस्था निफाज-ए-शरिया हिन्द की आजाद नगर स्थित कार्यालय में हुई बैठक में मुसलमानों को अपना अमल और ईमान सुधारने की बात कही गई। अबूधाबी में मंदिर निर्माण पर अपना विरोध जताया है। निफाज की बैठक में कहा गया है कि अरब की सरजमीन पर मंदिर निर्माण का समर्थन करने वाला मुसलमान नहीं हो सकता।
बैठक में हदीस का हवाला देते हुए कहा गया है कि अरबों की बर्बादी उनकी अपनी करतूत की वजह से होगी। बैठक में डॉ. नूरजमा खान ने कहा कि आज कुछ लोगों के नाम मुसलमानों जैसे हैं। मगर, वह मूर्ति की पूजा करते हैं। मंदिर के निर्माण का समर्थन भी करते हैं। ऐसे लोगों को मंदिरों से भी लगाव है। ऐसे लोग विश्वास के लायक नहीं हैं। हमारे देश में भी चंद ऐसे लोग हैं जो राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर तथाकथित मुसलमान हो कर इस्लाम और इस्लामी कानून की जड़ें खोद रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 14 सौ साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबूधाबी में मंदिर का शिलान्यास किया। यह मंदिर साल 2020 में तैयार होगा। नूरजमा खान ने कहा कि अल्लाह ने कुरआन में कई जगह फरमाया कि ईमान लाओ और नेक अमल करो। ईमान के साथ नेक अमल भी जरूरी है। बिना ईमान के कोई भी अमल अल्लाह और नबी के यहा स्वीकार नहीं है। नूरजमा खान ने ईमान व अमल को सुधारने पर बल दिया। धन्यवाद ज्ञापन मौलाना बशीर आलम फैजी ने किया। इस मौके पर डा. अफरोज शकील, सलीम गौसी, अशफाक आलम, हाजी गुलाम नईम, शाहिद रजा, अनवर हुसैन, बशारत हुसैन, मौलाना हामिद रजा आदि थे।