Electricity Crisis: सरायकेला के राजनगर में चरमराई बिजली व्यवस्था, 24 घंटे में महज 3-4 घंटे ही मिल रही बिजली
Electricity Crisis विद्युत मिस्त्री जितेन मंडल की मौत होने के बाद आक्रोशित लोगों के दवाब में राजनगर में विद्युत संचालन कर रही कम्पनी जीईपीएल ने हादसे के बाद तीन पुराने बिजली मिस्त्रीयों को कार्य से हटा दिया है। जिसके बाद से बिजली व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है।
सरायकेला, जासं। राजनगर प्रखंड क्षेत्र में विगत एक सप्ताह से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। प्रचंड गर्मी से लोग बेहाल हैं। लोगों को 24 घंटे में मात्र 3-4 चार घंटे ही बिजली नसीब हो रही है। कई क्षेत्रों में लो वोल्टेज में उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति मिल रही है। जबकि क्षेत्र में कोई आंधी बारिश भी नहीं हुई है लेकिन बावजूद इसके बिजली की कटौती लगातार जारी है।
इलाके में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चौपट
विद्युत मिस्त्री जितेन मंडल की हादसे में मौत होने के बाद आक्रोशित लोगों के दवाब में राजनगर में विद्युत संचालन कर रही कम्पनी जीईपीएल ने हादसे के बाद तीन पुराने बिजली मिस्त्रीयों को कार्य से हटा दिया है। जिसके बाद से बिजली व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। लोगों का रात और दिन उमस भरी गर्मी में कट रहा है। वहीं छात्र छात्राओं को भी इससे बड़ी परेशानी हो रही है। अभी नवीं और ग्यारहवीं की परीक्षा चल रही है, परंतु बिजली की सुचारू आपूर्ति नहीं होने से बच्चे की पढ़ाई बाधित हो रही है। वहीं कब तक निर्बाध रूप से लोगों को बिजली मिल पाएगी। कोई निश्चित नहीं है।
बिजली कटौती के कारण लोगों में बढ़ रहा है गुस्सा
बिजली कटौती होने से अब लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. लोगों का कहना है कि विभाग के जेई को फोन लगाने पर भी लगता नहीं है और लगता है तो उठाते नहीं है। जिससे पता चले कि बिजली में क्या खराबी है। सप्ताह भर से उपभोक्ताओं को बिजली की आंख मिचौली और लो वोल्टेज की परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसमें फंखा कूलर भी नहीं चल पा रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी रात में होती है, दिन भर जब कड़ी मेहनत करने के बाद लोग रात को सोने जाते हैं, तो उन्हें लाइट ही नसीब नहीं होती है, लोग रात भर गर्मी में सोने को मजबूर हैं.