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दो साल में होना था निर्माण, छह साल बाद भी अधूरा, जानिए बिजली उपकेंद्र की हकीकत

Electric. पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया प्रखंड के कुचियाशोली पंचायत अंतर्गत बालीबांध में बिजली उपकेंद्र का निर्माण 24 महीने में पूरा होना था। छह साल बाद भी अधूरा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 05:00 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 05:00 PM (IST)
दो साल में होना था निर्माण, छह साल बाद भी अधूरा, जानिए बिजली उपकेंद्र की हकीकत
दो साल में होना था निर्माण, छह साल बाद भी अधूरा, जानिए बिजली उपकेंद्र की हकीकत

चाकुलिया [पंकज मिश्र]। कहां तो सिस्टम ने लोगों को सपना दिखाया था कि 24 महीने में बिजली उपकेंद्र बनकर तैयार हो जाएगा और ग्रामीणों की जिंदगी से अंधेरा मिट जाएगा। लेकिन कड़वी हकीकत यह है की निर्माण शुरू होने के छह साल बाद भी उपकेंद्र आज तक अधूरा है। जिस गति से उपकेंद्र का काम चल रहा है उससे यह कब पूरा होगा, यह बताना भी मुश्किल है। हम बात कर रहे हैं पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया प्रखंड के कुचियाशोली पंचायत अंतर्गत बालीबांध में निर्माणाधीन बिजली उपकेंद्र का।

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इस उपकेंद्र का शिलान्यास वर्ष 2013 हुआ था। लेकिन उपकेंद्र का काम बिजली विभाग ‘नौ दिन चले अढ़ाई कोस’ की तर्ज पर कर रहा है। नतीजतन शिलान्यास के करीब छह साल बाद भी उपकेंद्र का काम पूरा नहीं हो पाया है। बिजली की समस्या से जूझते प्रखंड के लोगों को यह अधूरा उपकेंद्र मुंह चिढ़ाता प्रतीत हो रहा है। चाकुलिया शहर में पहले से एक विद्युत उपकेंद्र बना हुआ है, जो यहां की आबादी, औद्योगिक प्रतिष्ठानों एवं उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या के हिसाब से नाकाफी है। इसी के मद्देनजर वर्ष 2013 में तत्कालीन विधायक विद्युत वरण महतो के प्रयास से बालीबांध गांव में नए विद्युत उपकेंद्र को स्वीकृति मिली थी।

तामझाम से हुआ था शिलान्यास

उसी वर्ष तामझाम के साथ इस का शिलान्यास भी किया गया था। तब लोगों में यह उम्मीद जगी थी कि जल्द ही उपकेंद्र बनकर तैयार हो जाएगा और चाकुलिया प्रखंड के उत्तरांचल के गांवों में बिजली की समस्या दूर हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र के किसानों ने सपना देखा था की बालीबांध उपकेंद्र के चालू होने से उन्हें भी पर्याप्त बिजली मिलेगी, जिससे वे खेतों की सिंचाई कर उत्पादन बढ़ा सकेंगे। छोटे-मोटे उद्योग धंधे भी पुष्पित पल्लवित होंगे। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र का लोड घट जाने से शहरी क्षेत्र में भी पर्याप्त बिजली मिलेगी और उद्योग धंधे पनपेंगे। लेकिन विभागीय हीला-हवाली के चलते शिलान्यास के छह साल बाद भी उपकेंद्र अधूरा पड़ा हुआ है।

जल्द पूरा होगा बालीबांध उपकेंद्र : एसडीओ

बिजली विभाग के सहायक अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि सामग्री के अभाव में उपकेंद्र का काम बंद पड़ा हुआ था। विभाग से सामग्री की आपूर्ति कर दी गई है। एक-दो दिन में काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद है कि 15- 20 दिन में बाली बांध उपकेंद्र का काम पूर्ण हो जाएगा।

31 तक उपकेंद्र चालू करने का मिला है आश्वासन : विधायक

स्थानीय विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि बालीबांध उपकेंद्र को लेकर विगत 17 जनवरी को उन्होंने बिजली वितरण निगम के एमडी राहुल पुरवार से मुलाकात की थी। एमडी ने बताया था कि एक विशेष प्रकार का कंडक्टर नहीं होने के कारण निर्माण कार्य रुका हुआ था। उक्त कंडक्टर उपलब्ध करा दिया गया है। एमडी ने 31 जनवरी तक हर हाल में उपकेंद्र को चालू करने का आश्वासन दिया है। 


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