श्रेष्ठ भारत के निर्माण में सहायक होगी शिक्षा नीति : डॉ. गोस्वामी
डॉ. गोस्वामी ने कहा कि यह शिक्षा नीति विद्यार्थियों को नवीन चुनौतियों का सामना करने की श्रेष्ठता उपलब्ध कराते हुए एक शिक्षित और समरस समाज निर्माण में अहम भूमिका अदा करेगी।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि नई शिक्षा नीति श्रेष्ठ भारत के निर्माण मे सहायक सिद्ध होगी।
बिष्टुपुर स्थित मिलानी सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान डॉ. गोस्वामी ने कहा कि 34 वर्षों के बाद देश की शिक्षा व्यवस्था में समयानुकूल व देशानुकूल बदलाव आया है। यह शिक्षा नीति विद्यार्थियों को नवीन चुनौतियों का सामना करने की श्रेष्ठता उपलब्ध कराते हुए एक शिक्षित और समरस समाज के निर्माण में अहम भूमिका अदा करेगी।
नई शिक्षा नीति में सकल घरेलू उत्पाद का छह फीसद खर्च करने का लक्ष्य है, जो अभी तक 4.43 फीसद था। इस अवसर पर उनके साथ भाजपा के जिलाध्यक्ष गुंजन यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र ङ्क्षसह व जिला महामंत्री अनिल मोदी भी मौजूद थे।
शिक्षा नीति भारत को आत्मनिर्भर बनाने की सुंदर योजना
श्री कृष्ण सिन्हा संस्थान में नई शिक्षा नीति पर बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता संस्थान के महासचिव हरिबल्लभ ङ्क्षसह आरसी ने की। इसमें नई शिक्षा नीति का समर्थन किया गया। कहा गया यह शिक्षा नीति भारत को आत्मनिर्भर बनाने की सुंदर योजना है । इसके तकनीकी शिक्षा एवं विशेष शिक्षण पर बल दिया गया है । मातृभाषा पर विशेष बल दिया गया है।
संस्थान के सचिव ने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति मातृभाषा पर भी बल दिया गया है ,जो पूर्ण रूप से प्रशंसनीय है। बैठक में प्राचार्य पूनम ङ्क्षसह ,उप प्राचार्य संगीता जैन ,डॉ श्याम लाल पांडेय ,चंद्रकांत कुमार , संजय ङ्क्षसह ,अशोक शर्मा, रंजीत शर्मा ,मनमोहन ङ्क्षसह, उत्तम प्रमाणिक आदि लोग उपस्थित थे ।