पारा शिक्षकों को पांच जनवरी तक मोहलत, फिर होंगे बर्खास्त
शिक्षा विभाग की ओर से पारा शिक्षकों को पांच जनवरी तक की मोहलत दी गई है। इस दौरान योगदान नहीं देने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई होगी।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। जिला शिक्षा विभाग और पारा शिक्षकों के बीच आंख मिचौनी का खेल जारी है। एक बार फिर शिक्षा विभाग की ओर से पारा शिक्षकों को पांच जनवरी तक की मोहलत दी गई है। इस संबंध में झारखंड शिक्षा परियोजना के अध्यक्ष सह उपायुक्त अमित कुमार की ओर से सूचना सार्वजनिक की गई है। इसके बाद हड़ताल पर रहने वाले पारा शिक्षकों को बर्खास्त करने का निर्देश स्कूल प्रबंधन समिति को दिया गया है। सिर्फ यहीं नहीं उन्हें चयन का अधिकार भी दिया गया है। लेकिन यह आदेश स्कूल प्रबंधन समिति मानेगी या नहीं यह तो आनेवाला वक्त ही बतायेगी।
पारा शिक्षकों के समर्थन में कई स्कूल की समिति खड़ी है। शिक्षा विभाग के आदेश को मानने से स्पष्ट इंकार कर चुकी है। इस कारण अब तक पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी नहीं हो पायी है। आदेश में बताया गया कि स्कूल में योगदान न करने वाले पारा शिक्षकों को बर्खास्त कर 15 जनवरी तक नए शिक्षकों को नियुक्त करने को कहा गया है।
इधर, मंगलवार को पांच और पारा शिक्षकों ने स्कूल में योगदान दिए जाने की बात शिक्षा विभाग ने बतायी है। अब कुल 196 पारा शिक्षक स्कूल में योगदान दे चुके हैं। मंगलवार को भी स्थायीकरण और एकसमान वेतन की मांग को लेकर पारा शिक्षकों की हड़ताल जारी रहा। साकची प्रखंड संसाधन केंद्र में धरने पर भी बैठे रहे।
पारा शिक्षकों ने निकाला कैंडल मार्च
पारा शिक्षकों ने बारिश के बीच मंगलवर शाम को आमबगान से लेकर साकची गोलचक्कर तक कैंडल मार्च निकाला। पारा शिक्षकों ने यह मार्च दुमका में धरना के क्रम में मृत पारा शिक्षक कंचन कुमार दास को श्रद्धांजलि देने के लिए निकाला। इस दौरान पारा शिक्षकों ने अपनी मांगों को पूरा करने को लेकर जमकर नारेबाजी की भी की। कैंडल मार्च का नेतृत्व जिला पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुमित कुमार तिवारी ने किया।