शराब के शौकीनों के लिए जरूरी खबर, आपको बचाएगी अनहोनी से
पूर्वी सिंहभूम नकली शराब कारोबार का हब बनता जा रहा है।यहां बनी शराब हरियाणा और पश्चिम बंगाल तक सप्लाई की जाती है।
जमशेदपुर [मनोज सिंह]। नशे के कारोबारी मौत के सौदागर बनते जा रहे हैं। पूर्वी सिंहभूम नकली शराब कारोबार का हब बनता जा रहा है। शराब पीकर लोगों को जान भी जा रही है। मौतों के बाद धर-पकड़ होती है और कुछ दिन बाद सब पूर्ववत हो जाता है। यहां बनी शराब हरियाणा और पश्चिम बंगाल तक सप्लाई की जाती है।
झारखंड की राजधानी रांची में जहरीली शराब कांड के बाद गृह मंत्रालय ने जमशेदपुर जिला प्रशासन को भी अवैध शराब कारोबारियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। साथ ही गृह विभाग ने खुफिया विभाग को अलर्ट करते हुए अवैध शराब कारोबारियों व इस धंधे से जुड़े हर जानकारी मुख्यालय को भेजने का निर्देश दिया है।
एक दर्जन स्थानों पर बनती शराब
जमशेदपुर शहर से सटे दर्जनों स्थानों पर स्वर्णरेखा नदी के किनारे बड़े पैमाने देसी अवैध शराब का निर्माण होता है। यहां बड़े पैमाने पर नकली विदेशी शराब बनाए जाते हैं, जो बिहार, बंगाल से लेकर हरियाणा तक सप्लाई की जाती है। दो दिन पूर्व यानी मंगलवार को एसएसपी अनूप बिरथरे के निर्देश पर एमजीएम थाना की पुलिस ने स्वर्णरेखा नदी के किनारे गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही शराब कारोबारी भागने में कामयाब हो गए।
नाव शराब माफिया के रक्षक
शराब माफिया नाव में बैठकर नदी के दूसरे छोर की ओर भागने मे कामयाब हो गए। पुलिस घटनास्थल पर लकड़ी जला हुआ चूल्हा के अलावा कई बड़े ड्रम बरामद किये। शराब माफिया शराब को नदी में बहा दिया व ड्रम को भी नदी में फेंक दिया। वहीं उत्पाद विभाग भी अवैध शराब कारोबारियों को धड़पकड़ में तेजी लाते हुए छापेमारी अभियान शुरू कर दी है। यह जानकारी जिले के सहायक उत्पाद आयुक्त मनोज कुमार ने दी।
थाना प्रभारियों के विशेष निर्देश
रांची में जहरीली शराब कांड को देखते हुए जिले के सभी थाना प्रभारियों को विशेष निर्देश दिया गया है। थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध शराब के कारोबार, निर्माण आदि का पता लगाकर उस पर कड़ी कार्रवाई करें। इसी क्रम में सोमवार को बोड़ाम व मंगलवार को एमजीएम थाना की पुलिस ने छापेमारी कर अवैध देशी महुआ शराब निर्माण स्थल को ध्वस्त करने में कामयाबी पायी है। शराब के अवैध कारोबारियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।
-अनूप बिरथरे, वरीय पुलिस अधीक्षक, जमशेदपुर
यहां बनाई और बिक्री की जाती है अवैध देसी शराब
द्वारसीनी, हुरलुंग, डिमना चौक, सृष्टिकोचा, सुखलाड़ा, मानगो, दाईगुट्टू हरिजन बस्ती, उलीडीह, दारीसोल हाईवे के किनारे, हल्दीपोखर, हरिजन बस्ती धतकीडीह, बामडोल बहरागोड़ा, लोवाडीह, जोंडरागोड़ा, छोटा बांकी, एदलबेरा, उरमाडीह जंगल, खंडामौदा, हरिजन बस्ती ट्यूब कंपनी गेट, बारदा टोला, पिछली पोटका, पिताजुड़ी, लायलम, नोवाग्राम, मंगल कॉलोनी डिमना बस्ती, कल्याणनगर भुइयांडीह।
जिले में शराब के अवैध निर्माता और कारोबारी
पिछले दिनों छापेमारी में जब्त शराब
अभिषेक सिंह, बोरिंग रोड पटना, प्रकाश राम सीतारामडेरा, शंकर गोराई दाईगुट्ट, नीरज गुप्ता, कुलदीप, पानीपत हरियाणा, चरणजीत सिंह उर्फ बंटी सरदार घाटशिला, बासु दास हुरलुंग, जगबंधु दास हुरलुंग, मनोज भुइयां सीतारामडेरा, मो. साहिद, मोहन साव, बबलू गुप्ता, रितेश गुप्ता, बांका सरदार पांडुडीह, प्रकाश राम सीतारामडेरा, उदय कुमार यादव, मनोज कुमार परसुडीह, आशीष मंडल बड़सोल, संजय राय हल्दीपोखर, विमल मंडल नुवाग्राम, मो. मुख्तार इस्लामनगर जुगसलाई, अनिमेष घोष धतकीडीह, डिजेन साव बहरागोड़ा, अरविंद कर धालभूमगढ़, सुरेंद्र कुमार उर्फ मोटा, मंशा पात्र पोटका, विमल टुडू जोंडरागोड़ा, बाबा महापात्र सोपोडेरा, शत्रुघ्न कर्मकार छोटाबांकी, दशमथ मार्डी पोटका, सुशीलचंद्र बेरा बड़सोल, खगेन सिंह एमजीएम, मनसाराम लोहरा छोटाबांकी, कन्हैया गोप, दीनानाथ मुखी, नंदलाल कर्मकार, कारू हांसदा आदि शामिल है।
जमशेदपुर में जहरीली शराब से मरे थे 34 लोग
जमशेदपुर के सीतारामडेरा में मार्च 1995 में 34 लोगों की मौत जहरीली शराब के सेवन से हो गयी थी। घटना सीतारामडेरा के उरांव बस्ती में घटी थी। उस समय तत्कालीन विधायक व वर्तमान में मुख्यमंत्री रघुवर दास 15 दिनों तक अनशन में बैठे थे। जिसमें शामिल होने के लिए भाजपा के बड़े नेता सुशील मोदी, यशवंत सिन्हा आदि मृतक के आश्रितों को नौकरी व मुआवजे की मांग कर रहे थे।