Durga Puja 2022 : टिनप्लेट में दर्शन होंगे श्रीनगर के आदिगुरु शंकराचार्य का मंदिर, आप भी देख दंग रह जाएंगे
Durga Puja 2022 पूजा पंडाल में आदिगुरू के जीवन से जुड़े 34 पहलुओं का सजीव चित्रण के दर्शन शहरवासियों को होंगे। आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा नवमी में मां दुर्गा को चढ़ाए जाने वाले 500 तरह के भोग। इसे समिति के सभी सदस्य अपने घरों से बनाकर लाएंगे....
जमशेदपुर : टिनप्लेट सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति इस वर्ष अपने स्थापना के 90वां वर्ष मना रही है। भारत के आध्यात्मिक एकीकरण थीम पर इवनिंग क्लब में इस वर्ष श्रीनगर स्थित आदिगुरू शंकराचार्य मंदिर के प्रतिकृति के दर्शन होंगे। टिनप्लेट स्थित इवनिंग क्लब में मंगलवार शाम प्रेसवार्ता करते हुए समिति के उपाध्यक्ष उदय प्रकाश सिंह व महासचिव अरुण सरकार ने संयुक्त रूप से यह जानकारी दी।
आदिगुरू के जीवन से जुड़े पहलुओं का होगा सजीव चित्रण
इन्होंने बताया कि इस वर्ष पंडाल के अंदर भी आदिगुरू के जीवन से जुड़े 34 पहलुओं का सजीव चित्रण के दर्शन शहरवासियों को होंगे। वहीं, सहेली संस्था की सचिव सुदेशना डे व सेकेट्री जया सरकार ने बताया कि आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा नवमी में मां दुर्गा को चढ़ाए जाने वाले 500 तरह के भोग। इसे समिति के सभी सदस्य अपने घरों से बनाकर लाएंगे।
एक अक्टूबर को होगा पंडाल का उद्घाटन
एक अक्टूबर को महाषष्ठी को बोधन पूजा के साथ पंडाल का उद्घाटन होगा। इसके अलावा महासप्तमी को नव पत्रिका प्रवेश, पुष्पांजलि, सुबह-शाम आरती सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जबकि महाष्टमी को बिरष्टमी आरती, पुष्पांजलि, संधि पूजा, संध्या आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सुदेशना ने बताया कि आदिगुरू शंकराचार्य के जीवन पर एक नाटक का भी मंचन किया जाएगा। इसके अलावा महानवमी को महाप्रसाद के बाद शाम में धुनुची नृत्य के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
काशीडीह पंडाल का 30 को बाबूलाल करेंगे उदघाटन
शहर के भव्य पंडालों में एक काशीडीह के ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह क्लब के पंडाल का उदघाटन 30 सितंबर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी करेंगे। इस मौके पर सांसद विद्युत वरण महतो विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
काशीडीह में मंगलवार को क्लब के संरक्षक अभय सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि यहां 1962 से ही भव्य रूप से दुर्गापूजा हो रही है। इससे पूर्व काशीडीह दुर्गा मंदिर परिसर में मनाया जाता था। मंदिर में आज भी दोनों नवरात्रि की पूजा होती है। इस बार मेला लगाया जा रहा है, जिसमें बिजली झूला, रशियन झूला, टोरा-टोरा समेत बच्चों व महिलाओं के आकर्षण की चीजें रहेंगी। मेला 1978 से लग रहा है।
महाप्रसाद महाअष्टमी को
इस बार क्लब के सदस्य द्वारा महाप्रसाद महाअष्टमी के दिन रखा गया है। करीब 15 हजार श्रद्धालुओं का प्रसाद बनाने के लिए ओडिशा से कारीगर बुलाए गए हैं। प्रसाद वितरण तीन अक्टूबर को दाेवहर एक बजे से डीएसएम स्कूल परिसर और उसके सामने मैदान में किया जाएगा।
पार्किंग की विशेष व्यवस्था
पार्किंग के लिए स्टैंड की व्यवस्था की गई है। बारीडीह, भालूबासा, एग्रिको, ह्यूम पाइप एरिया, सिदगोड़ा, बागुनहातु, नागाडूंगरी, बिरसानगर क्षेत्र से आने वाले दर्शनार्थियों का साइकिल स्टैंड ठाकुर प्यारा सिंह उच्च विद्यालय, बर्मामाइंस गोलमुरी नानकनगर, टिनप्लेट, टेल्को आदि से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए सीतारामडेरा स्थित काशीडीह, पुल के ठीक बगल डीएसएम स्कूल आफ एक्सीलेंस के सामने मैदान में किया जाएगा।
आदित्यपुर, कदमा, सोनारी, बिष्टुपुर से आने वालेका साइकिल स्टैंड काशीडीह स्थित जुस्को स्कूल मैदान और मानगो, पटमदा, एमजीएम क्षेत्र से आने वाले दर्शनार्थियों का स्टैंड बाराद्वारी में रेणुका चौधरी क्लीनिक के पास सड़क किनारे किया जाएगा। सुरक्षा के लिए मेले में 600 से अधिक वोलेंटियर रात-दिन उपलब्ध रहेंगे। पंडाल का थीम नारी शक्ति पर आधारित है। पंडाल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, लता मंगेशकर, आशा भोसले, पीवी सिंधु, पीटीउषा सहित कई हस्तियों के चित्र लगाए गए हैं।