होली का कैप्सूल भा रहा बच्चों को
'होली का कैप्सूल' बच्चों के लिए कौतूहल बना है। बच्चे इसे हाथों हाथ खरीद रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : होली के बाजार में तरह-तरह के उत्पाद बिक रहे हैं। 'होली का कैप्सूल' बच्चों के लिए कौतूहल बना है। बच्चे इसे हाथों हाथ खरीद रहे हैं। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कैप्सूल की बिक्री खूब हो रही है। इस वर्ष फॉम, स्प्रे, लिक्विड, ब्रांडेड गुलाल, डब्बा बंद रंग आदि कई तरह के उत्पाद बाजार में बिक रहे हैं। होली को लेकर इस वर्ष कई तरह के उत्पाद बाजार में मौजूद हैं जिनके इस्तेमाल से चेहरे को कोई हानि नहीं पहुंचेगी और मस्ती भी खूब होगा। खासकर महिलाएं ऐसे रंगों को खरीद रही है। बाजार में महिलाएं रंग खरीदने से पहले ही दुकानदार से चेहरे पर नुकसान नहीं होने वाले रंगों के बारे में पूछताछ कर रही है।
ऐसे काम करेगा
रंगों का कैप्सूल गुब्बारे में रंग भरने के लिए पहले बच्चे बाल्टी में रंग घोलते थे और फिर उसे गुब्बारे में भरते थे। लेकिन अब बच्चों को सिर्फ गुब्बारे में पानी डालने की जरूरत होगी और एक कैप्सूल खोल कर गुब्बारे के अंदर डालने की जरूरत है। फिर गुब्बारे में इतना गहरा रंग हो जाएगा कि किसी के ऊपर गुब्बारे फेंकने पर वह पूरा रंग से नहा जाएगा। कैप्सूल की कीमत की बात करें तो 50 पीस कैप्सूल बाक्स की कीमत मात्र 70 से 80 रुपये है।