शहीद जवानों को कंधा देते हुए छलक पड़ी डीजीपी की आंखें, बोले-बेकार नहीं जाने देंगे शहादत Jamshedpur News
नक्सली हमले में शहीद जवानों को कंधा देते हुए डीजीपी की आंखें छलक पड़ी। जज्बात पर काबू पाते हुए उन्होंने कहा-जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने देंगे। नक्सलियों से बदला लिया जाएगा।
जमशेदपुर/ सरायकेला,जेएनएन। कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां जिले के तिरूलडीह थाना इलाके के कुकड़ू हाट में नक्सली हमले में शहीद जवानों को राज्य पुलिस के मुखिया केएन चौबे ने श्रद्धांजलि दी। उनके साथ पुलिस-प्रशासन के अन्य आलाधिकारियों ने भी शहीदों को पुष्पांजलि दी। रांची के सांसद संजय सेठ भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। श्रद्धांजलि देने के बाद जवानों के पार्थिव शरीर को कंधा देकर वाहनों से पैतृक गांवों के लिए भेजा गया। शहीदों को कंधा देते हुए डीजीपी की आंखें छलक पड़ी। जज्बात पर काबू पाते हुए उन्होंने कहा-जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने देंगे। नक्सलियों से बदला लिया जाएगा। हम आरपार की लड़ाई लड़कर नक्सलियों को नेस्तनाबूद कर देंगे।
एक शहीद के बच्चे को दुलारते डीजीपी।
जवानों को सरायकेला के पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए डीजी रांची से हेलीकॉप्टर से सीआरपीएफ के आइजी और एडीजी ऑपरेशन के साथ पहुंचे थे। शहीद पांच जवानों में चार के परिजन भी पहुंचे थे। सबों से डीजीपी मिले और ढांढस बंधाया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि परिजनों का सरकार ख्याल रखेगी। पुलिस परिवार उनके साथ हर पल खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने पीठ पीछे से वार कर कायरता का परिचय दिया है। इससे पुलिस का मनोबल नहीं टूटने वाला है। जवानों की शहादत का बदला लिया जाएगा। शहीदों के परिजनों को तत्काल अंतिम संस्कार के लिए बीस-बीस हजार रुपये भी दिए गए।
घात लगाकर किया गया था हमला
शुक्रवार को कुकड़ साप्ताहिक हाट में घात लगाए नक्सलियों ने गश्ती दल पर हमला कर दिया था जिसमें जिला पुलिस बल के पांच जवान शहीद हो गए थे। शहीद पुलिसकर्मियों दो सहायक अवर निरीक्षक और तीन जवान शामिल हैं। गश्ती दल एक मामले की पड़ताल कर ईचा गांव से लौट रहा था। हाट में नाश्ता करने के लिए रुका था, उसी समय नक्सलियों ने हमला किया।
गाड़ी रोकते ही सभी को लिया था कब्जे में
शुक्रवार को दिन में साढ़े चार बजे तिरुलडीह थाने की टीम एक मामले का तहकीकात कर ईचा गांव से लौट रही थी। पानी पीने के लिए कुकड़ हाट में गाड़ी रोकी। होटल के पास 15 से 20 नक्सलियों ने गाड़ी को घेर लिया। सभी पुलिस कर्मियों को कब्जे में ले लिया। उसके बाद एक पुलिसकर्मी का गला रेत दिया। इस बीच हमले से बचते-बचाते चालक सुखलाल कुदादा भागने में सफल रहा। उसने रास्ते से ही थाने के मुंशी को घटना सूचना दी।
दो पिस्टल व तीन रायफल लूट ले गए थे नक्सली
नक्सली दोनों एएसआइ की पिस्टल और तीन सिपाहियों की इंसास रायफल लूट कर ले गए। घटना को अंजाम देकर नक्सली पश्चिम बंगाल की ओर भाग गए। गोलीबारी के बाद हाट में भगदड़ मच गई थी। देखते-देखते पूरा क्षेत्र खाली हो गया था। जबकि तकरीबन दो दर्जन से अधिक नक्सली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आसपास के क्षेत्र में पोजिशन लिए हुए थे।
ये जवान हुए थे शहीद
1. एएसआइ मनोधन हांसदा (48), गांव : डोमनाडीह, पोस्ट : सागराजोर थाना : पालाजोरी, जिला देवघर
2. कांस्टेबल युधिष्ठिर मालुवा, गांव : बड़ालागिया, पोस्ट-बड़ालागिया, थाना : मुफ्फसिल, पश्चिम सिंहभूम
3. कांस्टेबल डिबरू पूर्ति (49 ), गांव : जामवेड़ा मेली पांडुसाई, पोस्ट : खेरिया टांगर, थाना : मंझारी, पश्चिम सिंहभूम
4. एएसआइ गोवर्धन पासवान (47)जिला- भोजपुर (बिहार)
5. कांस्टेबल धनेश्वर महतो (51), गांव : डिबाडीह, पोस्ट जडीया, थाना सोनाहातु, रांची
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