नम आंखों से भक्तों ने मां दुर्गा को दी विदाई, स्वर्णरेखा नदी में 32 प्रतिमाएं विसर्जित
विजयदशमी पर भक्तों ने नम आंखों से मां दुर्गा को विदाई दी। पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमाओं का मऊभंडार स्थित स्वर्णरेखा नदी तट पर विसर्जन किया गया। मऊभंडार स्वर्णरेखा तट पर घाटशिला मऊभंडार व मुसाबनी के पूजा पंडालों में स्थापित प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
संस, घाटशिला : विजयदशमी पर भक्तों ने नम आंखों से मां दुर्गा को विदाई दी। पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमाओं का मऊभंडार स्थित स्वर्णरेखा नदी तट पर विसर्जन किया गया। मऊभंडार स्वर्णरेखा तट पर घाटशिला, मऊभंडार व मुसाबनी के पूजा पंडालों में स्थापित प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। पूजा पंडालों में महिलाओं ने मां दुर्गा की प्रतिमा पर सिदूर लगा कर पूजा की व विदाई दी। इसके बाद महिलाओं ने एक-दूसरे को सिदूर लगाकार सिदूर खेला किया। कोविड 19 गाइडलाइंस के मद्देनजर इस वर्ष दोपहर 12 बजे से ही प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो गया। नदी तट पट प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए प्रशासनिक पदाधिकारी मुस्तैद रहे। नदी घाट पर सुव्यवस्थित तरीके से प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। मऊभंडार स्वर्णरेखा तट पर 32 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। मौके पर घाटशिला के अनुमंडल पदाधिकारी सत्यवीर रजक, एसडीपीओ कुलदीप टोप्पो, मुसाबनी डीएसपी चंद्रशेखर आजाद, कार्यपालक दंडाधिकारी जयप्रकाश करमाली, घाटशिला बीडीओ कुमार एस अभिनव, घाटशिला सीओ राजीव कुमार, मुसाबनी बीडीओ सीमा कुमारी, सीओ प्रशांत कुमार, मऊभंडार टीओपी प्रभारी सोनू कुमार, मुसाबनी थाना प्रभारी राजा दिलाबर पुलिस बल के साथ स्वर्णरेखा घाट पर उपस्थित थे। महिलाओं ने मां से की अमर सुहाग की कामना : प्रखंड के सभी पूजा पंडालों में मूर्ति विसर्जन के साथ ही दुर्गा पूजा का समापन हो गया। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी मूर्तियों का विसर्जन शाम 5 बजे तक संपन्न हो गया। कमेटियों द्वारा सिर्फ ढाक बजाते हुए ठेला एवं पिकअप वाहनों पर मूर्तियों को लेकर तालाबों में विसर्जन कर दिया गया। विसर्जन के पूर्व महिलाओं ने मां को सिदूर लगा कर अमर सुहाग की कामना की तथा एक दूसरे को सिदूर लगाया। विसर्जन के दौरान थाना प्रभारी अवनीश कुमार, सअनि जयप्रकाश यादव, मोबीन खान, डी एन सिंह, अर्जुन यादव विभिन्न पूजा पंडालों के मूर्ति विसर्जन की निगरानी कर रहे थे। विसर्जन के दौरान 3 घंटे बिजली काटे जाने पर ग्रामीणों ने बिजली विभाग के प्रति नाराजगी जताई. इससे लोगों को परेशानी हुई।