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डेंगू के डंक को और जहरीला बना रहे टिस्को के खाली क्‍वार्टर, इतने क्‍वार्टर हैं खाली Jamshedpur news

जमशेदपुर में डेंगू के डंक को और जहरीला बना रहे हैं टिस्को के खाली क्‍वार्टर। टाटा स्टील और मलेरिया-फाइलेरिया विभाग का क्वार्टरों मे जमे पानी पर ध्यान नहीं है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 12:49 PM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 12:49 PM (IST)
डेंगू के डंक को और जहरीला बना रहे टिस्को के खाली क्‍वार्टर, इतने क्‍वार्टर हैं खाली Jamshedpur news
डेंगू के डंक को और जहरीला बना रहे टिस्को के खाली क्‍वार्टर, इतने क्‍वार्टर हैं खाली Jamshedpur news

जमशेदपुर, जासं। लौहनगरी के लगभग हर इलाके में टाटा स्टील के खाली क्वार्टर बहुत तेजी से पैर पसार रहे डेंगू के डंक को और जहरीला बना रहे हैं। इस समय राज्य सरकार का मलेरिया, फाइलेरिया विभाग और जुस्को डेंगू को नियंत्रित करने के लिए जूझ रहे हैं। अब जिले में 231 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। तमाम कोशिशों और कवायदों के बावजूद हर रोज नये मरीज सामने आ रहे हैं।

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हैरतअंगेज ये है कि शहर में सबसे अधिक मरीज सोनारी, सर्किट हाउस एरिया से मिले हैं। इन इलाकों को सबसे साफ और पॉश माना जाता है। इसके बावजूद इन इलाकों में डेंगू का प्रकोप सबसे अधिक पाया जाना चिंताजनक है। दैनिक जागरण की टीम ने जब इन इलाकों में तेजी से फैल रहे डेंगू के कारणों की पड़ताल की तो सामने आया कि टाटा स्टील के खाली पड़े क्वार्टर किसी न किसी रूप में डेंगू के प्रकोप को फैलाने में सहायक हैं। क्योंकि, इन क्वार्टरों में जमे पानी, गंदगी आदि की ओर न तो टाटा स्टील और न ही सरकार के मलेरिया-फाइलेरिया विभाग की ही नजर जा रही है। नतीजा यह कि टाटा स्टील के ये खाली क्वार्टर डेंगू के मच्छरों की ऐशगाह बन गए हैं। इन खाली क्वार्टरों के आस-पास रहने वाले लोग विवश हैैं।

कंपनी के ख‍िलाफ नहीं बोलने की मजबूरी

कंपनी के खिलाफ कुछ बोले तो नौकरी पर शामत। सफाई करने वाले ठेकेदार को अगर खाली क्वार्टर की झाडिय़ां साफ करने की मिन्नतें करते हैैं तो फिर जवाब मिलता है मुझे सड़क साफ करने के पैसे मिलते हैं, क्वार्टर साफ करने के नहीं। अब लाख टके का सवाल ये है कि जब हर साल डेंगू और विकराल होकर शहर के लोगों को अपने खूनी पंजे में जकड़ रहा है तो इन खाली क्वार्टरों में पनपने वाले लार्वा को समूल नष्ट करने के लिए क्यों नहीं कोई कारगर कदम उठाया जा रहा है। आखिर क्यों इस गंभीर समस्या की ओर से टाटा स्टील प्रबंधन और सरकार का मलेरिया-फाइलेरिया विभाग आंखें मूंदे हुए है?

क्षेत्रवार टिस्को के खाली क्वार्टरों की अनुमानित संख्या

कदमा : 200

धतकीडीह : 215

बिष्टुपुर : 110

साकची-बाराद्वारी : 112

भालूबासा : 250

एग्रिको : 150

सिदगोड़ा : 150

बारीडीह : 250

गोलमुरी : 210

बर्मामाइंस : 105

अब तक कंपनी इलाके में क्षेत्रवार मिले डेंगू के मरीज

क्षेत्र संख्या

सोनारी 21

कदमा 16

गोलमुरी 15

बर्मामाइंस 10

साकची 07

मनीफीट 06

धतकीडीह 04

सिदगोड़ा 04

बिष्टुपुर 04

सीएच एरिया 03

बेल्डीह 03

भालूबासा 02

सीतारामडेरा 02 


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