उठी मांग, अब जमशेदपुर से शुरू हो टाटा एयरलाइंस की पहली उड़ान
जमशेदपुर शहरवासियों की इच्छा है कि टाटा एयरलाइंस की पहली उड़ान जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से शुरू हो तो इससे बेहतर कुछ नहीं होगा। टाटा के इस निजी हवाई अड्डे से एमडीएलआर व एयर डेक्कन के 72 व 48 सीटर प्लेन उड़ चुके हैं इसलिए कोई बाधा नहीं होनी चाहिए।
जमशेदपुर : आखिरकार एयर इंडिया टाटा को मिल ही गई। इससे जमशेदपुरवासी भी काफी खुश हैं। ऐसा होना स्वाभाविक भी है। टाटा समूह ने भारत में औद्योगिक जगत की नींव इसी शहर में रखी थी। यहीं से टाटा ने पूरी दुनिया में परचम फहराया। ऐसे में शहरवासियों की अब यही इच्छा है कि टाटा एयरलाइंस की पहली उड़ान जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से शुरू हो, तो इससे बेहतर कुछ नहीं होगा। टाटा के इस निजी हवाई अड्डे से एमडीएलआर व एयर डेक्कन के 72 व 48 सीटर प्लेन उड़ चुके हैं, इसलिए कोई बाधा नहीं होनी चाहिए।
आइए जानते हैं, शहर के उद्यमियों, कारोबारियों व ट्रेड यूनियन नेताओं के विचार...
जो कभी पहले टाटा की थी, घूम-फिरकर वापस उसके पास आ गई। इससे गर्व की बात क्या होगी। टाटा के बसाए शहर में हम रहते हैं, इसलिए हमलोगों से ज्यादा खुशी किसे होगी। अब जमशेदपुर के अपने एयरपोर्ट से टाटा-कोलकाता की फ्लाइट शुरू हो जाए, तो इससे बेहतर क्या होगा।
- विजय आनंद मूनका, अध्यक्ष, सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री
जब टाटा से छीनकर एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण किया गया था, तो उसी वक्त यह बात सामने आई थी कि सरकार नहीं चला पाएगी। वास्तव में ऐसा ही हुआ और एयर इंडिया घाटे में चली गई। अब हमारी इच्छा है कि टाटा जमशेदपुर से छोटा ही सही विमान उड़ाए।
- अशोक भालोटिया, पूर्व अध्यक्ष, सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री
अब टाटा के हाथ देश की सबसे बड़ी हवाई सेवा आ गई है, इसलिए अब हम उम्मीद कर सकते हैं कि जमशेदपुर से टाटा की उड़ान शुरू हो जाएगी। यहां के सोनारी एयरपोर्ट से पहले भी 48 व 72 सीटर यात्री विमान उड़ चुके हैं। टाटा अपने शहर को इसकी सेवा दे देती है, तो बहुत बड़ा तोहफा होगा।
- सुरेश सोंथालिया, राष्ट्रीय सचिव, कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स
टाटा ग्रुप के कर्मचारियों और देशवासियों के लिए बहुत खुशी की बात है। एक बार फिर टाटा का परचम देश में लहरा है। एयर इंडिया को टाटा साहब ने ही बनाया था, जो दोबारा उनके पास आ गया है। अब एयर इंडिया बेहतर तरीके से चलेगी तथा इससे देश को काफी मुनाफा भी होगा। इसके लिए टाटा स्टील समेत टाटा ग्रुप की कंपनियां व सरकार भी बधाई की पात्र हैं। सरकार का यह निर्णय अच्छा है, जो देश व उद्योगहित में है।
- राकेश्वर पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष, इंटक
एयर इंडिया पहले टाटा ग्रुप की ही थी, जो दोबारा उसके पास आ गई है। यह टाटा समूह की कंपनियों व कर्मचारियों के लिए खुशी की बात है। इससे यह साबित होता है कि टाटा का जलवा कल भी था और आज भी है। टाटा के हाथ में एयर इंडिया जाने से पूरे भारत में खुशी की लहर है।
- संजीव कुमार चौधरी, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
टाटा समूह ऐसी कंपनी है, जो अपने कर्मचारियों के साथ-साथ पूरे देश का ख्याल रखती है। एयर इंडिया फिर टाटा संस की हो गई। कंपनी के कर्मचारियों व देशवासियों के लिए इससे बड़ी खुशी कुछ नहीं हो सकती। कोरोना काल में टाटा समूह ने देशवासियों की जो मदद की, उसकी जितनी तारीफ की जाए कम होगी। टाटा समूह अपने लिए नहीं, देशवासियों के लिए काम करता है। हाल ही में झारखंड में कैंसर अस्पताल इसका जीता-जागता उदाहरण है।
- आरके सिंह, महामंत्री, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन
टाटा संस ने एयर इंडिया को वापस ले लिया है, जो काफी खुशी की बात है। एयर इंडिया पहले भी टाटा की ही थी। दूसरे के हाथ में जाने से एयर इंडियर की स्थिति खराब हो गई थी। फिर टाटा संस के हाथ में आने से एयर इंडिया व उसके कर्मचारी सभी सुरक्षित हो गए हैं। इस खबर से टाटा समूह की कंपनियों व कर्मचारियाें में खुशी की लहर है।
- रघुनाथ पांडेय, अध्यक्ष, जुस्को श्रमिक यूनियन