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टाटा स्टील में ग्रेड की अवधि कम करने की उठने लगी मांग हमरी सुनो

टाटा स्टील में ग्रेड का समयांतराल कम कराने की मांग उठने लगी है। प्रबंधन-यूनियन के बीच हुई हरेक वार्ता में इस मुदे को उठाया जा रहा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 29 Apr 2019 12:45 PM (IST)Updated: Mon, 29 Apr 2019 12:45 PM (IST)
टाटा स्टील में ग्रेड की अवधि कम करने की उठने लगी मांग हमरी सुनो
टाटा स्टील में ग्रेड की अवधि कम करने की उठने लगी मांग हमरी सुनो

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। टाटा स्टील में ग्रेड का समयांतराल कम कराने की मांग उठने लगी है। प्रबंधन-यूनियन के बीच हुई हरेक वार्ता में इस मुदे को उठाया जा रहा है। कर्मचारियों का ग्रेड एक जनवरी-2018 से लंबित है। टाटा वर्कर्स यूनियन के नेताओं ने समझौते कराने को लेकर कवायद तेज कर दी है। इधर, कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन की वार्ता धीरे-धीरे निर्णायक बिन्दुओं की ओर से बढ़ रही है।

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कंपनी के ग्रेड रिवीजन में समयावधि व एमजीबी बड़ा मुद्दा है। पिछले ग्रेड रिवीजन में कर्मचारियों को 18.25 फीसद मिनिमम गारेंटेड बेनीफि ट (एमजीबी) मिला है। ग्रेड की समय अवधि छह वर्ष रही। इससे पूर्व पांच वर्ष के ग्रेड रिवीजन में 22.5 फ ीसद एमजीबी मिला। कंपनी के साढ़े तेरह हजार से अधिक कर्मचारियों की निगाहें एमजीबी पर लगी हैं।

कंपनी व प्रबंधन के बीच चल रही वार्ता के बीच विश्वस्त सूत्रों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि वार्ता समझौते की अवधि और एमजीबी के प्रस्ताव प्रबंधन तक पहुंच चुकी है। प्रबंधन ने यूनियन प्रतिनिधियों के समक्ष अपनी मंशा जाहिर कर दी है। प्रबंधन का पूरा फ ोकस एमजीबी पर है। यूनियन हर हाल में समझौते की अवधि न्यूनतम रखते हुए पुराने ग्रेड की एमजीबी को कायम रखना चाहती है। यूनियन के लिए यह बड़ी चुनौती है। कहा जा रहा है कि पुराने व नये कर्मचारियों के डीए को लेकर अब तक कहीं कोई समस्या नहीं है। कर्मचारियों के लिए मिनिमम गारेंटेड बेनीफि ट और समयावधि सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।

टाटा मोटर्स में अब अगले माह होगा ग्रेड रिवीजन

टाटा मोटर्स में अब अगले माह ग्रेड रिवीजन समझौता होगा। ग्रेड पर प्रबंधन-यूनियन के बीच चार दौर की वार्ता हुई है लेकिन राशि बढ़ोतरी पर सहमति नहीं बनने की वजह से मामला अधर में लटक कर रह गया है। अब संभावना जताई जा रही है कि मई में ग्रेड समझौते पर मुहर लगेगी।

टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन समय रहते ग्रेड रिवीजन कराने की कवायद में थी। पुणो की तर्ज पर इस बार भी तीन साल के लिए ग्रेड रिवीजन किया जाएगा। एक ग्रुप की कंपनी होने के नाते यहां भी पुणो फामरूले के तहत तीन साल में कर्मचारियों को बढ़े हुए वेतन व अन्य भत्ते का लाभ मिलेगा। समय पर कर्मचारियों का ग्रुप प्रमोशन कराने के बाद टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की नजर अब कर्मचारियों के वेज पर है। कर्मचारियों का ग्रेड एक अप्रैल-2019 से लंबित हो गया है। यूनियन की ओर से 51 सूत्री मांग पत्र प्रबंधन को सौंपा जा चुका है। यूनियन पदाधिकारियों की बैठक में यह बात उठी थी कि थोड़ा विलंब हो लेकिन समझौता बेहतर हो। उधर, यूनियन की कमेटी मीटिंग में समय पर ग्रेड कराने की घोषणा हुई है।

16 माह बाद हुआ था पिछला ग्रेड

टाटा मोटर्स कर्मचारियों का पिछला ग्रेड रिवीजन 16 माह बाद हुआ था। ऐसे में इस बार समय रहते समझौते कराने का प्रयास शुरू है। एक अप्रैल-2016 से ग्रेड रिवीजन लंबित था जो 31 जुलाई 2017 में हुआ था। टेल्को वर्कर्स यूनियन का आपसी विवाद लंबित ग्रेड का कारण था।


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