दलमा दिशुवा सेंदरा तिथि को ले समितियां एकमत नहीं
जागरण संवाददाता जमशेदपुर आदिवासी समाज की ओर से प्रतिवर्ष मनाए जाने वाले दलमा दिशुवा सेंदरा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आदिवासी समाज की ओर से प्रतिवर्ष मनाए जाने वाले दलमा दिशुवा सेंदरा (शिकार पर्व) की तिथि को लेकर दलमा राजा और दलमा बुरु दिशुवा सेंदरा समितियां एकमत नहीं हैं। दलमा बुरु सेंदरा दिशुवा समिति ने दलमा सेंदरा के लिए 13 मई की तिथि निर्धारित की है। समिति ने दलमा राजा राकेश हेम्ब्रम की ओर से सेंदरा के लिए निर्धारित छह मई की तिथि का विरोध किया है। इसको लेकर रविवार को आसनबनी के टोला जामडीह में फकीर चंद्र सोरेन की अध्यक्षता में दलमा बुरु सेंदरा दिशुवा समिति की बैठक हुई। बैठक में दलमा सेंदरा के लिए 12 मई को दलमा बुरु की पूजा और 13 मई को सेंदरा करने का निर्णय लिया गया। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि यदि गदड़ा के राकेश हेम्ब्रम (दलमा राजा) चुनाव के पहले सेंदरा के लिए तिथि बदलते हैं तो समिति एक साथ सेंदरा पर्व मनाएगी।
इस संबंध में फकीर चंद्र सोरेन ने बताया कि छह मई को रांची लोकसभा क्षेत्र में चुनाव है। दलमा का आधा क्षेत्र रांची संसदीय क्षेत्र अंतर्गत आता है। वहीं 12 मई को जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र में चुनाव है। दलमा का आधा क्षेत्र इसी क्षेत्र में आता है। ऐसे में दोनों ही तिथि को चुनाव के दिन सेंदरा करने से परेशानी होगी। चुनाव को देखते हुए दलमा सेंदरा की तिथि वैशाख महीने के दूसरे या तीसरे सोमवार को किया जा सकता है।
दलमा राजा दे चुके है सेंदरा वीरों को आमंत्रण : दलमा राजा राकेश हेम्ब्रम ने गदड़ा स्थित अपने आवास पर 12 अप्रैल को बैठक कर सेंदरा के लिए छह मई की तिथि निर्धारित की थी। सेंदरा के लिए उन्होंने सेंदरा वीरों को गिरा सकम यानि आमंत्रण भी दिया है। इसके साथ ही उन्होंने दलमा बुरु सेंदरा की तैयारी भी शुरू कर दी है।
बैठक में बनी थी सहमति :
वर्ष 2013 में वन विभाग के साथ गदड़ा और आसनबनी के सेंदरा समिति की बैठक वन परिसर मानगो में हुई थी। बैठक में वैशाख पूर्णिमा के बाद आने वाले सोमवार को प्रतिवर्ष सेंदरा करने का निर्णय लिया गया था। निर्णय के अनुसार इस वर्ष सेंदरा की तिथि 12 और 13 मई को होना चाहिए।