Coronavirus India Lockdown Update: जो जहां हैं वही होंगे क्वारंटाइन, अब मजदूरों को भी नहीं भेजा जाएगा उनके गांव
Coronavirus India Lockdown Update. वक्त के तकाजे को समझिए। यह खुद के साथ दूसरों की सलामती के लिए भी सरकार की ओर से जारी जरूरी निर्देशों का ईमानदारी से पालन करने का वक्त है।
जमशेदपुर, जेएनएन। Coronavirus India Lockdown Update वक्त के तकाजे को समझिए। यह खुद के साथ दूसरों की सलामती के लिए भी सरकार की ओर से जारी जरूरी निर्देशों का ईमानदारी से पालन करने का वक्त है। विपरीत परिस्थति की वजह से दुश्वारियां स्वभाविक है। सरकार अपने स्तर से पूरा प्रयास कर रही है। ऐसे में हमारा कर्तव्य बनता है कि धैर्य नहीं खोएं। जहां हैं, वही बने रहने की कोशिश करें। शासन-प्रशासन की ओर से मुहैया कराई जा रही सुविधाओं का लाभ उठाएं। हालात सामान्य होने के बाद ही अपने गांव के लिए निकलने की सोचें। अभी निकलकर आप इत्मीनान की बजाय और दुश्वारियों से दो-चार हो सकते हैं।
आपके लिए यह जानना जरूरी है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लागू देशव्यापी लॉकडाउन का हर जिले में सख्ती से पालन किया जा रहा है। इसके बावजूद दूसरे राज्यों या जिलों के जो मजदूर फंसे थे, उन्हें जिला प्रशासन उनके गांव भेज रहा था। यह उपक्रम मंगलवार से बंद किया गया है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर लॉकडाउन के दौरान झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के भी विभिन्न प्रखंडों में अन्य राज्यों में जो भी असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत मजदूर फंसे हुए हैं, उन्हें यहीं रखा जाएगा। वैसे मजदूरों को भोजन और रहने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है।
ये कहा है डीसी ने अपने निर्देश में
उपायुक्त ने प्रखंड मुख्यालय को जारी पत्र में लिखा है कि लोगों के एक से दूसरी जगह आने-जाने से कोरोना वायरस फैलने का खतरा है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा यह कदम उठाया गया है। अन्य राज्यों से आए जो मजदूर अथवा श्रमिक इस जिले में फंस गए हैं, उन्हें चिह्नित कर आवास और भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। उनकी नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच भी हो, जिससे यह पता चल पाए कि उनमें कोरोना वायरस के लक्षण हैं या नहीं। जिला प्रशासन द्वारा गठित सर्विलांस टीम के माध्यम से भी अन्य राज्यों अथवा विदेश से आए लोगों को चिह्नित कर उनकी जांच करके होम क्वारंटाइन के लिए कहा जा रहा है। इस क्रम में उनके हाथों पर मुहर लगाई जा रही है।