एक हजार 951 लोगों की हुई कोरोना जांच, 32 मिले पॉजिटिव, 24 हुए स्वस्थ
अबतक 373086 लोगों के नमूने लिए जा चुके हैं। इसमें 340147 का रिपोर्ट निगेटिव आई है।
जासं, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में गुरुवार को एक हजार 951 लोगों की कोरोना जांच हुई। इसमें 32 पाजिटिव मिले। संक्रमित मरीजों में शहरी क्षेत्र के 22, बहरागोड़ा के तीन, घाटशिला के पांच, पटमदा के एक व पोटका के एक मरीज शामिल हैं। शहरी क्षेत्रों में सोनारी, साकची, बारीडीह, मानगो, कदमा, परसुडीह सहित अन्य क्षेत्रों के मरीज शामिल हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 16689 पहुंच गई है। गुरुवार को कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई।
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3062 संदिग्धों के लिए गए नमूने : गुरुवार को तीन हजार 62 संदिग्ध मरीजों का नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए। अबतक 373086 लोगों के नमूने लिए जा चुके हैं। इसमें 340147 का रिपोर्ट निगेटिव आई है।
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24 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे :
एमजीएम, टीएमएच सहित विभिन्न कोविड वार्ड से कुल 24 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे। जिले में अब तक कुल 16097 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
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नहीं हुई रैपिड एंटीजन जांच, ग्रामीण क्षेत्रों में नमूना लेने वाला भी कोई नहीं : पूर्वी सिंहभूम जिले में रैपिड एंटीजन किट खत्म हो गई है। इससे गुरुवार को इस किट से जांच नहीं हो सकी। बाहर से आने वाले यात्री या फिर संदिग्ध लोगों के नमूने लेकर ट्रूनेट व आरटी-पीसीआर जांच के लिए भेजे गए। रिपोर्ट 24 घंटे या उससे अधिक समय के बाद मिलती है। यदि नमूने अधिक संख्या में होगे तो जांच में देरी होती है और रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन तक का समय लग जाता है। जबकि रैपिड एंटीजन किट से जांच कराने पर आधे घंटे के अंदर रिपोर्ट मिल जाती है। इधर, ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संदिग्ध मरीजों के नमूने लेने में भी काफी परेशानी हो रही है। नमूने लेने वाले कर्मचारियों (टेक्नीशियन) का कहना है कि मरीजों की संख्या बढ़ने से जांच सेंटरों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है लेकिन, टेक्नीशिन की संख्या घटाई जा रही है। ऐसे में नमूने संग्रह करने में काफी परेशानी हो रही है। पूर्वी सिंहभूम जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व प्राथिमक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में आउटसोर्स पर तैनात लगभग 50 टेक्नीशियन को हटा दिया गया है। इन कर्मचारियों के नहीं रहने से संदिग्ध लोगों का नमूने नहीं लिए जा रहे हैं। जब ये कर्मचारी मौजूद थे तब हर सीएचसी-पीएचसी से लगभग 400 से 500 संदिग्ध लोगों के नमूने लिए जाते थे। विशेष अभियान के दौरान यह संख्या बढ़कर एक हजार तक पहुंच जाती थी लेकिन, अब 20 से 30 नमूने भी संग्रह नहीं हो पा रहे हैं। इसी तरह, अभी टाटा नगर स्टेशन पर नमूना लेने के लिए टेक्नीशिन की जरूरत है लेकिन, उनके नहीं रहने के कारण अप्रशिक्षित एमपीडब्लू कर्मचारियों को लगाया गया है। जिससे नमूने खराब होने का भी डर बना रहता है।