60 लाख से बने कंप्यूटर लैब घोटाले की दोबारा होगी जांच
कोल्हान विश्वविद्यालय का प्रीमियर महाविद्यालय जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कालेज में कंप्यूटर लैब में गड़बड़ी की दोबारा जांच होगी। इसकी कवायद शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय का प्रीमियर महाविद्यालय जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में 60 लाख रुपये की लागत से बनाए गए कंप्यूटर लैब में कथित अनियमितता मामले की दोबारा जांच की जाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से नई जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है। पूर्व में गठित कमेटी की ओर से मामले की प्रारंभिक जाच रिपोर्ट पेश होने के बाद विवि ने इस नई कमेटी का गठन किया है। पूर्व में कंप्यूटर लैब के मामले में प्रतिकुलपति प्रो. डॉ. रणजीत कुमार सिंह की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट सौंप चुकी है। रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद कुलपति डॉ. शुक्ला माहाती ने इस मामले में उच्च स्तरीय जाच के लिए नई कमेटी गठित की है। इसमें प्रतिकुलपति डॉ. रणजीत कुमार सिंह, डॉ. जेपी मिश्रा के अलावा वित्त सलाहकार मधुसूदन, वित्त अधिकारी सुधाशु कुमार तथा एनआइटी जमशेदपुर के प्रोफेसर टी मंडल शामिल हैं। यह कमेटी एक बार फिर नये सिरे से कंप्यूटर लैब के निर्माण में लगे अनियमितता के आरोपों की जाच करेगी।
टीम ने खंगाले बीएड विभाग के दस्तावेज
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एनआर चक्रवर्ती की ओर से बीएड में कागजातों के गायब होने के मामले की जाच के लिए गठित छह सदस्यीय कमेटी ने मंगलवार को दूसरे चरण की जाच की। कमेटी ने बीएड विभागाध्यक्ष डॉ. विश्वेश्वर यादव सहित सभी शिक्षक व कर्मचारियों को पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए कहा है। यह सभी लोग बुधवार को दोपहर ग्यारह बजे कमेटी के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. एके झा ने बताया कि विवि अनियमितता से जुड़ी सभी शिकायतों के प्रति गंभीर है।