आंख में गलत दवा डालने का आरोप लगा अस्पताल के खिलाफ डीसी से की शिकायत
सोनारी निवासी योग-ध्यान के शिक्षक सुभाष एन. बोस व उनकी पत्नी विक्टोरिया गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय आए थे जहां उन्होंने उपायुक्त से मिलकर शहर के एक निजी आंख अस्पताल के खिलाफ शिकायत की।
जासं, जमशेदपुर : सोनारी निवासी योग-ध्यान के शिक्षक सुभाष एन. बोस व उनकी पत्नी विक्टोरिया गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय आए थे, जहां उन्होंने उपायुक्त से मिलकर शहर के एक निजी आंख अस्पताल के खिलाफ शिकायत की। सुभाष व विक्टोरिया ने बताया कि उन्होंने 29 जनवरी को साकची स्थित अस्पताल में चश्मा के लिए आंख की जांच कराई। अस्पताल के चिकित्सक ने उनकी आंखों में कोई दवा डाली, उसके बाद से उन्हें ना केवल कम दिखाई दे रहा है, बल्कि उनकी आंख भी किसी नशेड़ी की तरह अंदर धंस गई है। वे दोबारा उस अस्पताल में गए तो चिकित्सकों ने उनसे अभद्र व्यवहार करते हुए भगा दिया। उन्होंने शहर और कोलकाता स्थित मशहूर आंख के अस्पताल में भी जांच कराई, लेकिन उनका मर्ज ठीक नहीं हुआ। जब वे यहां साकची थाना में उक्त अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने गए, तो नहीं लिया गया। इसके बाद सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। इसके बावजूद अब तक अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। सुभाष बोस व विक्टोरिया ने बताया कि उपायुक्त ने उन्हें सिविल सर्जन से मिलने की सलाह दी है।
----------------
जबलपुर का रहने वाला है दंपती
सुभाष एन. बोस व उनकी पत्नी विक्टोरिया एन. बोस जबलपुर के रहने वाले हैं। ये लोग गत वर्ष सोनारी स्थित भारत सेवाश्रम संघ में रहने आए थे। गत वर्ष अक्टूबर में संघ के संन्यासी पर दुष्कर्म का आरोप भी इसी परिवार की एक लड़की ने लगाया था। इस मामले में संघ के संन्यासी को जेल भेजा गया था, लेकिन करीब छह माह पूर्व झारखंड हाईकोर्ट से संन्यासी को जमानत मिल गई थी। सुभाष बोस ने बताया कि वह योग-अध्यात्म की शिक्षा देता है। दुष्कर्म मामले में उन्हें जबलपुर से आना-जाना पड़ता है। इसी सिलसिले में दो दिन पहले आए थे। यहां उनका अस्थायी निवास सोनारी में ही है।