खरसावां के शहीदों की समाधि पर आम ओ खास ने नवाये शीश, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया ये ऐलान
खरसावां गोलीकांड की 72 वीं बरसी पर आम ओ खास शहीदों को श्रद्धांजलि देने खरसावां शहीद स्थल पहुंचे और समाधि पर फूल चढ़ाए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मौके पर खास ऐलान किया।
जमशेदपुर /खरसावां, जेएनएन। खरसावां गोलीकांड की 72 वीं बरसी पर आम ओ खास शहीदों को श्रद्धांजलि देने खरसावां शहीद स्थल पहुंचे और समाधि पर फूल चढ़ाए। फूल चढ़ाने वालों में सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा प्रमुख रहे। इसके अलावा खरसावां के झामुमो विधायक चंपई सोरेन, दशरथ गागराई, जमशेदपुर पश्चिमी के कांग्रेस विधायक बन्ना गुप्ता, ईचागढ़ की विधायक सविता महतो, चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव शामिल रहे।
शहीद स्मारक पर फूल चढ़ाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कि झारखंड आंदोलन के इतिहास में खरसावां गोलीकांड का एक अहम स्थान है। आजाद भारत में हुई इस नृशंस हत्या को याद कर आज भी मन सिहर जाता है। उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर अधिकार एवं सम्मान की की लड़ाई का संकल्प दुहराया। बाद में टैक्सी मैक्सी स्टैंड मैदान में जनसभा को हेमंत सोरेन ने संबोधित किया। कहा कि उनकी सरकार कोई ऐसा कानून नहीं बनाएगी जिससे लोगों को जरा भी तकलीफ पहुंचे।
शहीदों को खोजकर आश्रितों को देंगे नौकरी व पेंशन
मुख्यमंत्री ने का कि झारखंड राज वीरों का राज्य है । झारखंड में शहीदों का इतिहास छिपा हुआ है। नाम गिनते-गिनते थक जाएंगे लेकिनशहीदों की गिनती खत्म नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमें अपने शहीदों के आदर्श से शक्ति मिलती है। बिना गोली बंदूक के ही झारखंड के शहीदों ने लड़ी लड़ाई। उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड के लिए लड़ाई लड़ी। पूरे राज्य के लोगों ने ताकत इकट्ठा करके अपनी सरकार बनाई है। राज्य में अब जनता की राय के अनुसार ही सरकार काम करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हमेशा चुनौती को गले लगाया है। अब इस राज्य में ऐसा कोई काम नहीं होगा, कोई नियम कानून नहीं बनेगा जिससे लोगों को कोई तकलीफ हो। हर वर्ग के लोग हमारे विकास के पैमाने में जुड़ेंगे। कहा कि आने वाले समय में खरसावां के शहीदों को खोज-खोज कर आश्रितों को नौकरी देंगे। परिवार को सम्मानजनक पेंशन भी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन पहुंचे खरसावां। शहीद स्मारक पर शहीदों को किया नमन। खरसावां पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने आम लोगों के अभिवादन को स्वीकार किया। वे लोगों से मिले, उनकी बातों को सुना और नूतन वर्ष की शुभकामनाएं भी दी। @HemantSorenJMM @JharkhandCMO #Jharkhand pic.twitter.com/28zagFhXcN — IPRD Jharkhand (@prdjharkhand) January 1, 2020
पांच साल में लगे कलंक को मिटाएंगे
शहीदों को श्रद्धांजलि देते विधायक दशरथ गागराई व अन्य।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पिछले पांच वर्षों के भाजपा के शासनकाल में सूबे के दामन पर लगे कलंक को मिटाएगी। अब इस राज्य में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं मरेगा। उनकी सरकार वह गलती कभी नहीं करेगी जिससे राज्य का कोई नुकसान हो। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता मां-बहनों की सुरक्षा होगी। हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारा समाज कभी देशद्रोही और ना ही राजद्रोही हो सकता है।
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने खरसावां की जनता का अभिवादन स्वीकार किया। @HemantSorenJMM @JharkhandCMO #Jharkhand pic.twitter.com/tNmFKpv8bH — IPRD Jharkhand (@prdjharkhand) January 1, 2020
शहीदों की शहादत को शत-शत नमन: अर्जुन मुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने शहीद स्थल पर फूल चढ़ाने के बाद कहा कि वे खरसावां के शहीदों की शहादत को शत शत नमन करते हैं। उन्होंने जयपाल सिंह मुंडा की शहादत को लेकर कही गई पंक्तियों का उल्लेख किया- शहीद कभी बूढ़े और विस्मृत नहीं होंगे। जैसे कि हम हो जायेंगे बूढ़े और खत्म। काल के पार भी वे जीयेंगे। सदियों तक जिन्हें भुलाया नहीं जा सकेगा और हर दिन सूरज के डूबने और उगने पर हम उन्हें हमेशा याद करेंगे।"
खरसावां के शहीदों को शहादत के 72 साल पर शत शत नमन करता हूं।
"शहीद कभी बूढ़े और विस्मृत नहीं होंगे
जैसे कि हम हो जायेंगे बूढ़े और खत्म
काल के पार भी वे जीयेंगे।
सदियों तक जिन्हें भुलाया नहीं जा सकेगा
और हर दिन सूरज के डूबने और उगने पर
हम उन्हें हमेशा याद करेंगे।"-जयपाल सिंह मुंडा pic.twitter.com/KxaLnU1mWG — Arjun Munda (@MundaArjun) January 1, 2020
खरसावां गोलीकांड का एकमात्र गवाह मांगू सोय को श्रद्धांजलि दी।सरायकेला के हेसा गांव में रहनेवाले स्व मांगू सोय 107 साल तक जीवित रहे।उनका निधन 8 अप्रैल,2018 को हुआ था। pic.twitter.com/l8OvdWnQ0f — Arjun Munda (@MundaArjun) January 1, 2020