Navratri 2019 : नवरात्र के प्रसाद से गायब हुआ छुहाड़ा, इसकी है खास वजह ; जानिए
Navratri 2019. इसबार नवरात्र के प्रसाद से छुहाड़ा गायब है। इसकी खास वजह है। पांच अगस्त के बाद से पाकिस्तान से छुहाड़ा नहीं आने के कारण बाजार में किल्लत हो गई है।
जमशेदपुर, वीरेंद्र ओझा। नवरात्र के प्रसाद या पूजा की थाली में काजू, किशमिश, पिस्ता, बादाम सबकुछ है, नहीं है तो छुहाड़ा। बाजार में भी छुहाड़ा नहीं है। किसी दुकानदार के पास पहले का स्टॉक बचा भी है, तो वह इसकी कीमत 250 से 300 रुपये तक ले रहा है। इसकी किल्लत अगस्त से शुरू हो गई थी, लेकिन कमी अब जाकर महसूस हो रही है।
बिष्टुपुर बाजार में ड्राई फ्रूट के कारोबारी आरएस भाटिया बताते हैं कि पांच अगस्त से भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार बंद हुआ। तब से इसकी आवक बंद हो गई। किसी को अंदाजा नहीं था कि व्यापार बंद का सिलसिला इतना लंबा चलेगा। इसकी वजह से किसी ने स्टॉक नहीं किया। अब यहां पहले से जमा माल (छुहाड़ा) बिक रहा है, लिहाजा जैसे-जैसे स्टॉक खत्म हो रहा है, कीमत बढ़ती जा रही है। अगस्त से पहले यह 70-80 रुपये किलो था, जो 100-120 होते हुए 240-250 से 300 रुपये तक पहुंच गया। वह भी अच्छी क्वालिटी का नहीं है। अभी व्यापार बंद हुए दो माह ही बीते हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगले एक माह में बचा-खुचा स्टॉक भी खत्म हो जाएगा।
ईराक का छुहाड़ा काफी सख्त
साकची बाजार के ड्राई फ्रूट्स विकेता अशोक खंडेलवाल बताते हैं कि अब तक अपने देश में जो छुहाड़ा बिकता था, वह पाकिस्तान से ही आता था। ईराक से भी छुहाड़ा आता है, लेकिन वह काफी सख्त होता है। उसे ज्यादातर लोग सेहत के लिए दूध में फुलाकर खाते हैं। इसे गरीबों का मेवा भी कहा जाता है। आमतौर पर पूजा-पाठ या प्रसाद में सूखा खाने के लिए पाकिस्तान का छुहाड़ा ही प्रयोग में आता था।
बांग्लादेश, बर्मा, नेपाल के रास्ते आ रहा छुहाड़ा
कारोबारी बताते हैं कि पाकिस्तान से भारत का व्यापार बंद होने के बाद अब यह बांग्लादेश, बर्मा, नेपाल आदि के रास्ते से आ रहा है। चूंकि छुहाड़ा भारी होता है, इसलिए इसकी ढुलाई पर ज्यादा खर्च हो रहा है। इसकी वजह से कीमत बढ़ जा रही है। अच्छी क्वालिटी का पाकिस्तानी छुहाड़ा काफी महंगा पड़ता है, इसलिए व्यापारियों ने मंगाना भी बंद कर दिया है।
जमशेदपुर में प्रतिदिन तीन क्विंटल खपत
जमशेदपुर के बाजार में प्रतिदिन तीन क्विंटल छुहाड़े की खपत होती थी, लेकिन अब यह घटकर एक क्विंटल से भी कम हो गया है। जाड़े के मौसम में थोक बाजार से छुहाड़ा महीने में करीब 100 क्विंटल तक बिकता था।
खजूर के भी दाम बढ़े
कारोबारी बताते हैं कि पाकिस्तान से खजूर भी काफी मात्रा में आता था, वह भी बंद हो गया। हालांकि खजूर की आवक सऊदी अरब, ईरान, ईराक आदि से भी होती है, इसलिए थोड़ी कीमत बढ़ी है।