बिजली विभाग का कर्मचारी बता भालूबासा के लोगों से लाखों की ठगी, प्राथमिकी
एसएसपी के आदेश पर सीतारामडेरा थाना में प्राथमिकी आरोपित रांची का निवासी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : झारखंड बिजली वितरण निगम का कर्मचारी बता 50 लोगों से बिजली का बिल घटाकर जमा करवाने का झांसा देकर रांची का आफताब आलम लाखों की ठगी कर फरार हो गया है। इस शख्स ने जमशेदपुर सीतरामडेरा इलाके के भी कई लोगों को अपना शिकार बनाया है और उनसे 10 से 15 लाख रुपये की ठगी की है। वरीय पुलिस अधीक्षक डा. एम तमिल वानन तक मामला पहुंचने पर सीतारामडेरा थाना में ठग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। शिकायत भालूबासा कालिदी निवासी कामदेव पान ने की है। उसे भी आफताब आलम ने 4 से 5 लाख रुपये का चूना लगाया है। इससे पहले अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने लीगल नोटिस आफताब आलम को जारी किया था।
सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ निवासी कामदेव पान इलेक्ट्रिक सामान बनाकर ऑनलाइन बिक्री करता है। उसकी ऑनलाइन मुलाकात आफताब आलम से हुई जो रांची के बड़ी मस्जिद हाफिज गली हिद पीढ़ी का निवासी हैं। उसने अपना परिचय बिजली वितरण निगम के कर्मचारी के रूप में दिया था। कामदेव ने बताया उसने आफताब आलम से एलईडी बल्ब की ऑनलाइन खरीद बिक्री शुरू की। एक दिन उसने कामदेव पान को बताया कि वह बिजली विभाग का बहुत सारा काम ही करवाता है। झारखंड में कहीं का भी काम करवा सकता है। उसका बड़े बड़े अधिकारियों से करीबी संबंध है। कामदेव पान ने अपने पड़ोसी को इस बारे में चर्चा की। पड़ोसी ने उसे बताया उसके घर का बिल 21000 है। वह आधा बिल करवा कर उसे जमा करवाने को तैयार हो गया, लेकिन कामदेव पान ने शर्त यह रखी कि अफताब आलम उसका बिल पहले जमा करवा दें। बिल भेजवा दें उसके बाद वह उसका आधा पेमेंट कर देगा। आफताब आलम ने बिना किसी संकोच के उसके बिल ले लिए और उसे जमा करवा कर उसके घर बिल भेजवा भी दिया। बाद में कामदेव ने उसे 10000 रुपया पेमेंट भी कर दिया। इसी बीच कामदेव पान के घर में जो बिजली का बिल आया वह दुगुना बनकर आया, यानी कि पीछे वाला बिल भी उसमें जोड़ कर भेजा गया। इसी तरह की शिकायत कामदेव ने जिन अन्य लोगों के बिल अफताब से जमा करवाएं उन लोगों ने भी की और बताया कि उनका बिल भी पहले के बिल में जोड़ कर आ रहा है। इसकी शिकायत कामदेव पान ने अफताब से की तो उसने बताया कि कोई बात नहीं है, फिर वह जमा करवा देगा । कामदेव पान अपने घर का बिजली का बिल लेकर विभाग के कार्यालय पहुंचा तो पता चला कि आज तक उसका बिल जमा ही नहीं हुआ। उसके नाम से जो चेक जमा किया गया था, बिल के तौर पर उससे पैसा जमा नहीं हुआ और वह लौट गया।
कामदेव पान ने रांची जाकर आफताब से भेंट की और उसे पूरी बात बताई। अफताब ने कहा ठीक हो जाएगा। उसके बाद तो दर्जनों लोगों की शिकायतें आफताब आलम के खिलाफ मिलने लगी। जिससे उसने बिजली का बिल जमा करने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर ली थी। इन तमाम तथ्यों के सामने आने के बाद जब कामदेव पान ने आफताब आलम से संपर्क करने का प्रयास किया तो उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया जब वह उनके घर रांची पहुंचा तो पता चला कि वह रांची से भी गायब है।